बोदा गॉव में रेत की अवैध खनन पर जिला प्रशासन एवं जिला खनिज विभाग संज्ञान अभी तक क्यों नहीं ले रहे हैं, ग्रामीणों में उत्सुकता ।

गोलू कैवर्त बलौदाबाजार। कसडोल विधानसभा के पलारी तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत मोहान का आश्रित गॉंव बोदा है।जो पिछले एक सफ्ताह से खूब सुर्खियों में है,जिसका प्रमुख वजह यंहा कुछ जनप्रतिनिधियों की सांठगांठ से कोई रेत माफिया आकर रेत की अवैध खनन लगातार करवाते आ रहा है जिसका सीधा राजश्व नुकसान लाखो की रोजाना हो रहा है, जिस पर जिला प्रशासन से संज्ञान इस वजह से नहीं ले पाया है कि वह चुनाव ड्यूटी में बिजी रहा है या यों कहें कि जानबूझकर रेत की अवैध खनन पर नकेल कसने से बचना है नहीं तो लगातार मीडिया में आने के बाद अभी तक जिला प्रशासन का कार्रवाई का डंडा रेत माफिया एवं रेत खनन में लगे मशीनों पर हो गई होती है लेकिन अभी तक सुर्खियों में लगातार आने के बाद जिला प्रशासन वँहा टीम भेजकर कार्रवाई करना उचित नहीं समझा है जिसका प्रत्यक्ष लाभ रेत माफिया डंके की चोट पर जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आंख दिखाकर उनके नजरों में नजरे मिलाकर रेत की अवैध खनन कर दबंगई दिखाते हुए नजर आ रहा है।सूत्रों की मुताबिक आपको बताते चलें कि बोदा गॉव के रेत माफिया पर सत्तापक्ष के किसी बड़े नेता का छत्रछाया है जिसके चलते जिला प्रशासन बलौदाबाजार के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उन पर हाथ डालने से पहले हाथ पांव कम्पकपा रहे हैं शायद यही वजह है कि बोदा गॉव में अचानक से एंट्री कर तबाही मचाने वाले रेत माफिया के राजनीतिक पहुंच के चलते पूरा खनिज विभाग बलौदाबाजार कार्रवाई मे अभी तक बौने साबित हुए है या कार्रवाई नहीं करना है तो चुनाव के बहाने को सामने लाकर पल्ला झाड़ते हुए लगातार नजर आ रहे हैं।बोदा गांव एवं मोहान दोनों ही गॉव कटाव के वँहा का जनजीवन प्रभावित रहा है ऊपर से रेत की अवैध खनन ग्रामीणों की चिंता को दोगुना कर दिया है।रेत माफिया अपनी ऊँची पहुँच एवं राजनीतिक सरंक्षण का भरपूर नाजायज फायदा उठाने में अभी तक कामयाब होते आया है न जाने बोदा का रेत माफिया और कब तक कामयाब होते रहेगा देखने वाली बात यही होगा कि उक्त रेत की अवैध खनन के लिए कोई राजनेता सामने आएगा, क्या कोई जिला प्रशासन का जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई के लिए हिम्मत दिखाते हुए नजर आएगा, क्या बिना कार्रवाई के बोदा में रेत की अवैध खनन बेरोकटोक जारी रहेगा, क्या रोजाना लाखो करोड़ों की राजश्व नुकसान को जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार यू ही बर्दाश्त करते रहेगा, क्या एक रेत माफिया पूरे जिले के तमाम जिम्मेदार अधिकारियों पर हावी हो चुका है या फिर इन पर भी जिला प्रशासन का बड़ी डंडा कार्रवाई के लिए नजर आएगा।फिलहाल पूरे मामले पर नजर बनाए रखना अपने आप मे बेहद दिलचस्प है कि आने वाले दिनों में बोदा में रेत की अवैध खनन पूर्णतः प्रतिबंध होगा या यों बदस्तूर बेलगाम जारी रहेगा।वर्तमान में सुबह रात्रि में सैकड़ों हाइवे की लाइन रेत लोडिंग के लिए लग रहा है प्रतिदिन का राजश्व आंकड़ा की बात करें तो अभी तक करोडों की राजश्व चपत लगा चुका होगा रेत माफिया, क्या जिला प्रशासन राजश्व नुकसान की भरपाई कभी कर पाएगा। कांग्रेस विधायक संदीप साहू ने चर्चा के दौरान कहा कि इस मामले पर कलेक्टर से मिलकर कार्रवाई के निवेदन करेंगे।जिला खनिज अधिकारी कुंदन बंजारे के मोबाईल पर संपर्क नहीं हो पाया।

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