
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। अंचल में गांव गांव में अक्षय तृतीया, अक्ती का पर्व धूमधाम से मनाया गया। ग्रामीणों ने ग्राम देव-देवताओं की पूजा अर्चना की। गांव के बैगा द्वारा सभी देवालयों में विधि-विधान से पूजा अर्चना की गई। वहीं ठाकुरदेव को धान को दोना अर्पण कर पूजन उपरांत खेतों में जाकर किसानों ने बोनी का मुहूर्त किया। पूजन होते तक गांव में सभी काम धंधे बंद रखे गए और तो और कुंओं से पानी निकालनी की मनाही थी। पूजन संपन्न होने के बाद कोटवार ने मुनादी की पश्चात काम धंधे शुरू हुए। जिन घरों में विवाह समारोह था वे पहले से ही तैयारी कर लिए थे जिससे किसी तरह का कार्यक्रम में व्यवधान न हो। ग्राम प्रमुखों ने बताया कि सुबह गांव के बैगा ने सभी देवी देवताओं में पूजन किया पश्चात ठाकुरदेव के पास किसानों परसापान के दोने में धान अर्पण करने पहुंचे। किसानों द्वारा लाए गए धान को ठाकुरदेव के समक्ष अर्पण किया गया। विधि विधान पूजन उपरांत गांव के पांच व्यक्तियों ने देव स्थल में प्रथम नागर जोतकर बोनी की शुरूआत की और गांवो में खुशहाली, भरपूर फसल के लिए प्रार्थना की। पश्चात् गांव के बैगा व उनके सहयोगियों ने एकत्र धान को वापस दोने में किसानों को दिया जिसे किसान नई झेझरी लेकर खेत पहुंचे व खेतों में पूजा अर्चना कर बोनी का मुहूर्त किया। इस प्र्रकार पूरे अंचल में पूरी श्रद्धा, पूजा अर्चना एवं गांव के देवी देवताओं की पूजा के साथ नए खरीफ वर्ष के लिए कार्य की शुरूआत की।