
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशन एवं गायत्री चेतना केन्द्र फिंगेश्वर के मार्ग दर्शन में एक कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ सात गर्भवती माताओं का पुंसवन संस्कार ग्राम जामगांव फिंगेश्वर में संपन्न हुआ। सर्व प्रथम टोली में पधारे परमानंद जी, मुकेश साहू, यश कुमार एवं संतोष साहू के द्वारा युग संगीत के साथ यज्ञ प्रारंभ हुआ। व्यास मंच में पधारे युग पुरोहित परमानंद जी ने कहा कि गलत खान पान के कारण गर्भस्थ शिशु पर उसका प्रभाव पड़ता है। गर्भवती माता संकारित आचरण करेगी तो बच्चा भी संस्कारवान पैदा होगा। गायत्री शक्तिपीठ महासमुंद से पधारे ललित मेश्राम जी ने कहा कि चौरासी लाख योनियो में मनुष्य योनि ही है जिनका संस्कार होता है। मानव को भगवान का अंश बताया गया है इसलिए मानव को देवता के समान आचरण करना चाहिए। गर्भवती माताओं में मनीषा पोषण साहू, डागेश्वरी कोमल रातरे, यशवानी सेवक साहू, दिव्या नीतीश साहू, ऋतु टुकेश्वर देवांगन, रेखा डूगेश्वर धु्रव भेंडरी, दुर्गा ईश्वर धु्रव का संस्कार हुआ। सभी गर्भवती माताओं को मंत्र लेखन, बलिवैश्व स्टीकर एवं आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी का साहित्य भेट स्वरूप दिया गया। इसके पश्चात दीप महायज्ञ शुरू हुआ। गांव की बहनों ने बहुत ही सुंदर दीपक थाल में सजाकर लाए थे उसे मंत्रोच्चार के साथ प्रज्वलित कर सबके कल्याण एवं सुखमय जीवन के लिए गायत्री मंत्र तथा महामृत्युंजय मंत्र से आहुति दी गई। आभार व्यक्त करते हुए एच एल साहू जिला प्रभारी भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा एवं पूर्व विकासखंड शिक्षा अधिकारी फिंगेश्वर ने कहा कि युग ऋषि का उद्घोष मनुष्य में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण। जब हम दैवीय गुणों को अपने अंदर धारण करेंगे तभी मानव देवता के समान आचरण कर पाएंगे। 23 मई को होने वाले गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ को प्रत्येक घर करने की अपील की। साथ ही कहा कि आप सभी कार्यक्रम में पधारे उसके लिए साधुवाद। कार्यक्रम को सफल बनाने में पर्यवेक्षक देवांगन मैडम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवती साहू, दुलारी साहू, संतोषी सिन्हा, वरिष्ठ परिजन पवन गुप्ता, जगदीश साहू, कृपाराम यादव, लोकराम साहू, देवेंद्र, हिरऊ, युगराम, लकेश, मुकेश, कामता सिन्हा, चिंता राम साहू, बोधराम, जगमोहन, धनवंतरी सिन्हा, परस चौहान, महिला मण्डल फिंगेश्वर से कमला दलवानी, पूर्णिमा यादव, टोपेश्वरी सिन्हा, शोभना साहू का विशेष योगदान रहा।