
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। अवैध रेत उत्खनन मामले में राजिम एसडीएम अर्पिता पाठक ने बड़ी कार्यवाही करते हुए ग्राम पंचायत अधिनियम की धारा 39 अन्तर्गत फिंगेश्वर विकासखंड की महिला सरपंच श्रीमती सुनीता सोनी को निलंबित करते हुए बड़ी कार्यवाही की है। एसडीएम की कार्यवाही से फिंगेश्वर विकासखंड की अनेक पंचायतों में चल रहे मनमाने रेत अवैध उत्खनन एवं परिवहन करने वाले रेत माफियाओं को पंचायतों का सहयोग मिलना मुश्किल हो जावेगा। पूरे अंचल में 7-8 पंचायतों में हो रहे रेत उत्खनन की अवैध गतिविधि में संबंधित पंचायत का मौन समर्थन भ्रष्टाचार की राह पर मिलता रहा है। ग्राम पंचायत परसदाजोशी की महिला सरपंच सुनीता सोनी को रेत के अवैध खनन एवं परिवहन मामलें में एसडीएम की नोटिस के बाद भी परसदाजोशी पंचायत क्षेत्र में रेत खदानों में अवैध गतिविधि चालू रही। राजिम एसडीएम अर्पिता पाठक द्वारा दी गई नोटिस का जवाब माह भर बाद भी संतोषजनक न मिलने पर अन्ततः सरपंच परसदाजोशी सुनीता सोनी को एसडीएम ने अपने आदेश क्रमांक 798 दिनांक 22 मई 2024 द्वारा छ.ग. पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 39 के तहत पद से निलंबित कर दिया है। एसडीएम ने बताया कि अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन मामलें में नोटिस दिए जाने के बावजूद परसदाजोशी पंचायत क्षेत्र की खदानों में अवैध उत्खनन एवं परिवहन जारी था। इसके साथ ही अवैध रेत खनन और परिवहन में संलिप्तता पाई गई। एसडीएम अर्पिता पाठक ने बताया कि परसदाजोशी पंचायत क्षेत्र में बहने वाली महानदी में लगातार अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन जारी था। लेकिन ग्राम पंचायत ने इस अवैध कार्य को रोकने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया। एक माह पहले इस अवैध कार्य के लिए कार्यालय एसडीएम राजिम द्वारा कारण बताओ नोटिस भी दिया गया। पिछले वर्ष से ही परसदाजोशी पंचायत अवैध रेत उत्खनन एवं मनमाने ढंग से परिवहन करने वाले रेत घाट के रूप में चर्चा में है। चिन्हांकित खदान से बाहर जाकर बहुत बड़े क्षेत्र में लगातार अवैध खनन किया जाता रहा। और पंचायत आंख मूंदकर तमाश देखता रहा या मौन स्वीकृति से अवैध धंधा चलता रहा। 80 हजार घनमीटर का अवैध खनन किया गया। यहां अलग अलग स्थानों में तीन जगह रेत का अवैध खनन अब भी चल रहा है। पूरे मामले में शुरू से ही पंचायत की मौन सहमति यानी भ्रष्टाचार के कारण थी। कई बार माईनिंग ने भी कार्यवाही की। अंत में 22 मई 2024 को ग्राम पंचायत सरपंच सुनीता सोनी को निलंबन की कार्यवाही की गई है। एसडीएम की इस कार्यवाही से रेत माफिया सहित पंचायतों में हड़कंप मचा हुआ है।