
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। ब्लॉक में संचालित 46 बालवाड़ी केन्द्रों के शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण बीआरसीसी भवन फिंगेश्वर में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण का शुभारंभ विकासखंड शिक्षा अधिकारी रामेन्द्र जोशी व विकासखंड स्त्रोत समन्वयक सुभाष शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर ब्लॉक स्त्रोत समन्वयक सुभाष शर्मा एवं मास्टर ट्रेनर नुमेश कंवर ने इस प्रशिक्षण में ईसीसीई का परिचय एवं महत्व, बच्चों की अवधारणा एवं विविधता विकास के आयाम, स्कूल रेडिनेश एवं पालकों की सहभागिता, प्रारंभिक वर्षो के लिए खेल आधारित शिक्षण, बालवाड़ी और आंगनबाड़ी में अनुकूल शिक्षण परिवेश, सहायक सामग्री का महत्व, थीम आधारित पाठ्यक्रम का परिचय, दैनिक शिक्षण कार्य योजना थीम एवं विषयगत गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण कर विषयों पर गतिविधियों के माध्यम से एवं परिचर्चा कर समझ विकसित की गई। प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस विकासखंड शिक्षा अधिकारी रामेन्द्र कुमार जोशी एवं रायपुर डाइट टीम गार्गी चौधरी, प्रतिभा सोनी, अजय मिश्रा द्वारा प्रशिक्षण में प्रतिभागियों का मार्गदर्शन और उत्साहवर्धन किया गया। वहीं समापन दिवस के अवसर पर जिला शिक्ष अधिकारी के. एस. नायक द्वारा प्रशिक्षण का औचक निरीक्षण किया और प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ए. के. सारस्वत ने कहा कि-स्कूल विद्यार्थी की प्रगति का एक अवसर है। हर किसी को स्वतंत्रता पूर्वक विकसित होने की आजादी है। उन्होंने कहा कि बालवाड़ी प्रशिक्ष का मुख्य उद्देश्य राज्य के 5 से 6 साल के बच्चों के सीखने एवं समझने की क्षमता का खेल में विकास करना है। इसके अलावा उन्हें स्कूल जाने के लिए पूरी तरह से तैयार करना है ताकि वह जब पहली कक्षा में स्कूल जाए तो वह उसके लिए पूरी तरह से तैयार हो चुका हो। जिला मिशन समन्वयक के. एस. नायक ने कहा कि बालवाड़ी प्रशिक्षण के माध्यम से स्वास्थ्य की अच्छी आदतों का विकास करना और व्यक्तिगत समायोजन के लिए आवश्यक बुनियादी कुशलताओं का निर्माण करन साथ साथ उसे खेल खेल में सीखने का अवसर प्राप्त करना होता है। पूरनलाल साहू प्राचार्य बिजली ने कहा कि बालवाड़ी प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चे को पर्याप्त अवसर पर प्रदान करके उसे स्वतंत्र और रचनात्मक बनने के लिए प्रोत्साहित करना है।