कलार समाज परिक्षेत्र फिंगेश्वर का बैठक संपन्न समाज की मजबूती पर विचार विमर्श-खोमन सिन्हा

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। कलार समाज परीक्षेत्र फिंगेश्वर की बैठक बुधवार को सिन्हा समाज भवन फिर्गेश्वर में हुई। समाज के वरिष्ठ जनो ने इससे पहले समाज के इष्टदेव भगवान सहत्रार्जुन की पूजा अर्चना किया। फिगेंश्वर परिक्षेत्र सिन्हा समाज के मुख्याधिकारी शासकीय सेवा में रहते भी समाज की सेवा दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। परिक्षेत्र के अध्यक्ष मंडलेश्वर ओमप्रकाश सिन्हा पेशे से शिक्षक है उन्होंने कहा कि हमारा जीवन ईश्वर का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ उपहार है। इस जीवन रूपी उद्यान को सुगंध से परिपूर्ण बनाने के लिए संकल्प, संस्कार, सुविचार व समर्पण भाव से पोषित करना आवश्यक है। हर व्यक्ति अपने जीवन में अलग अलग भूमिकाएं निभाता है। हर रूप में उसके कुछ अधिकार और दायित्व भी होते हैं। परिक्षेत्र फिंगेश्वर सचिव राजकुमार सिन्हा ने कहा समाज में सामाजिक एकता व सामाजिक भावना विद्यमान है। सांस्कृतिक विरासत, सामाजिक एकता की अच्छी सोच की भावना में ही समाज की शक्ति बढ़ती है। ताकि सर्व समाज के साथ एकजुटता के साथ मुख्यधारा में अपनी पहचान बना सकें। वहीं परिक्षेत्र फिंगेश्वर का कोषाध्यक्ष खोमन सिन्हा जो एक शासकीय शिक्षक है उन्होंने अपने स्कूल में विभिन्न विषयों के कार्य पर ख्याति प्राप्त किया है, वो छाप यहां सिन्हा समाज में देखने को मिलता है, समाज की सुखी सम्पन्न की समाज कल्याण पारस्परिक सहानुभूति, प्रेमभावना, उदारता सेवा और संगठन की भावनाएं को साथ ले कर चल रहे हैं। इस दौरान फिंगेश्वर परिक्षेत्र के मंडलेश्वर ओम प्रकाश सिन्हा, सचिव राजकुमार सिन्हा, खोमन सिन्हा कोषाध्यक्ष, प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य हुकुम लाल सिन्हा, डायमंड सिन्हा जिला महामंत्री शिवलाल सिन्हा मंडलेश्वर छुरा हेमंत सिन्हा सचिव छुरा जिला जिला कोष निरीक्षक राजेश सिन्हा, शिवराम सिन्हा, कामता प्रसाद सिन्हा, नेतराम सिन्हा, लीला राम सिन्हा, पुरुषोत्तम सिन्हा, ललित कुमार सिन्हा, पन्ना सिन्हा महिला मंच अध्यक्ष धनेश्वरी सिन्हा सचिव रेवती सिन्हा कोषाध्यक्ष पूर्णिमा सिन्हा, अनीता सिन्हा, कुंती सिन्हा भागीरथी सिन्हा, गाजेश्वर सिन्हा, देवानंद सिन्हा, उमराव सिन्हा, मनहरण सिन्हा यादराम सिन्हा तिलक सिन्हा पुराणिक सिन्हा कमलेश सिन्हा बोरिद विभिन्न ग्राम लचकेरा, कोसमखुंटा जामगांव, सरगोड़, भेंड्री, सरकड़ा, सोरीद, बोरिद, नयापारा, द्वारतरा, देवगांव, छुईहा, कुंडेल, चरौदा, गनियारी, बेलर, पतोरी, फिंगेश्वर, रोबा, बोरसी, बिजली, सेंदर, बोड़की व समाज के लोग शामिल थे।

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