
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर अंतर्गत संचालित कृषि महाविद्यालय फिंगेश्वर गरियाबंद में विगत दिनांक 31 मई 2024 को कृषि व्यवसाय एवं उद्यमिता विकास की संभावनाओं के साथ मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ जी के निर्माम, रजिस्ट्रार, ई गां कृ वि वि से प्राप्त निर्देशानुसार विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु प्रतिमाह नैतिक शिक्षा पर विशेष सेशन आयोजित किया जाना है जिससे विद्यार्थियों को मानसिक तनाव, अवसाद व अन्य मानसिक बीमारी के प्रति जागरूक कर एक अच्छे नागरिक बनाने के साथ साथ सार्थक लक्ष्य प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया जा सके। इसी तारतम्य में डॉ निरंजन खरे अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय के मार्गदर्शन में डॉ नीता मिश्रा प्रभारी, ट्रेनिंग व प्लेसमेंट सेल द्वारा करियर गाइडेंस एवं मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कृषि महाविद्यालय गरियाबंद के कांफ्रेंस हॉल में राजकीय गीत गायन के साथ सरस्वती पूजा एवम सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुवात की गई। इसके उपरांत सनातन परंपरा अनुसार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उदय तिवारी, राष्ट्रीय समन्वयक ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव डेयरी फार्मर्स एसोसिएशन और एडवोकेट अमितेश पाठक, राष्ट्रीय स्तर के न्यूरो लिंग्विस्टिक प्रशिक्षक, मोटिवेशनल स्पीकर एवम लाइफ और बिजनेस कोच का स्वागत पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। स्वागत उपरांत डॉ गिरिजेश शर्मा द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए विद्यार्थियों को आयोजित कार्यक्रम के विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करते हुए बताया गया की श्री तिवारी द्वारा कृषि एवम कृषि आधारित विषयो से व्यवसाय के विभिन्न आयामों एवम उद्यमिता विकास पर एवम अमितेश पाठक द्वारा मानसिक स्वास्थ्य ठीक रखने हेतु विशेष व्याख्यान दिया जाएगा।
उपस्थित विद्यार्थियों से कृषि का अर्थ पूछते हुए एवम कृषि संकाय का महत्व बताते हुए कैरियर गाइडेंस सेशन प्रारंभ किया गया। उदय तिवारी द्वारा विद्यार्थियों को विभिन्त्रो क्षेत्रो में करियर कैसे बनाने साथ ही साथ शासकीय नौकरी, बिजनस, स्वरोजगार के साथ साथ छत्तीसगढ़ में कारपोरेट एवं टेक्निकल खेती की संभावनाओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। तत्पश्चात खेती में नवाचार एवम बदलते परिवेश में वर्टीकल फार्मिंग एवं रूफ टॉप फार्मिंग के बारे में भी जानकारी साझा की गई जिससे जलवायु परिवर्तन के दौर में बढ़ती जनसंख्या की खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। व्याख्यान उपरांत कुछ विद्यार्थियों जैसे अरित्रा, राजकुमार, टिकेश्वरी, हिमांशु इत्यादि द्वारा सवाल पूछकर श्री तिवारी जी से अपनी समस्याओ का सुझाव पाए। इस्प्रकार विद्यार्थियों को भविष्य में अपने लक्ष्य निर्धारण के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें विभिन्न व्यवसाय की विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र की शुरुवात विद्यार्थियों के त्वरित स्थान परिवर्तन उपरांत भविष्य के प्रति उनके लक्ष्य की पहचान हेतु विजुलाइजेशन सेशन के साथ की गई। श्री पाठक द्वारा विभिन्न आकर्षक गतिविधियो के माध्यम से आकर्षक तरीके से मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारकों को समझते हुए उनके निराकरण के उपाय बताए गए। जिंदगी में अपने उद्देश्य प्राप्ति के रास्ते में मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता बताते हुए भटकाव से बचने के उपाय एवम मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के तरीके बताए गए। उक्त सेशन में विद्यार्थियों द्वारा सक्रिय भागीदारी लेते हुए प्रशिक्षक से विभिन्न सवाल पूछे गए जिनके प्रभावी जवाब से विद्यार्थियों में खुशी थी। कार्यक्रम के अंत में सफल आयोजन हेतु डॉ देवेंद्र देवांगन सहायक प्राध्यापक द्वारा आभार व्यक्त किया गया। उक्त कार्यक्रम में डॉ अजित मन्नाडे, डॉ अशोक कोसरिया, डॉ कुंतल सटकर, डॉ सुमन रावते, लेखराम वर्मा, विभा चंद्राकर, बरिहा, निषाद, शुभम, यशवंत, सुनीता, रेखा सहित महाविद्यालय के समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।