
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। फिंगेश्वर-राजिम अनुविभाग की एसडीएम अर्पिता पाठक ग्रामीणों और कृषकों से संबंधीत भारत सरकार के दामिनी एप एवं मेघदूत एप के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, शिक्षा अधिकारी एवं तहसीलदारों को दिए है। उन्होंने कहा कि वर्षाऋतु में आए दिन आकाशीय बिजली घटित होने के कारण अधिक संख्या में जन एवं पशु हानि की सूचना प्राप्त होती है। दामिनी एप के माध्यम से आकाशीय बिजली का पूर्वानुमान आवश्यक तैयारी, उपाय आदि की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसी तरह मेघदूत एप मुख्य रूप से मौसम पूर्वानुमान (तापमान, वर्षा की स्थिति, हवा की गति एवं दिशा इत्यादि) से संबंधित है। जिससे किसान अपने क्षेत्र की मौसम से संबंधित पूर्वानुमान की जानकारी प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग में मेघदूत नाम का एक एप विकसित किया है जो किसान की फसलों का सुरक्षा कवच साबित हो रहा है। मेघदूत ऐप डिजिटल इंडिया के तहत किसानों को तकनीक से जोड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा लांच किया गया है। इसका उपयोग बेहद सरल है इसके माध्यम से मौसम की जानकारी के आधार पर किसानों को फसल जोखिम प्रबंधन से संबंधित सलाह मिलती है। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से किसानों को डाउनलोड करना होगा और फिर अपने मोबाईल नंबर से पंजीकरण करके मौसम की जानकारी का अलर्ट पा सकते है। इसी प्रकार दामिनी ऐप को इंडियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रापिकल मेट्रोलॉली पुणे के द्वारा विकसित किया गया है इस ऐ पके माध्यम से किसान को आकाशीय बिजली से बचाव के तरीकों के संबंध में आधे घंटे पहले ही सूचना उपलब्ध हो जाएगी। एसडीएम ने बताया कि इस ऐप पर रजिस्ट्रेशन करने के उपरांत किसान की लोकेशन के अनुसार उस स्थान में 10 किलोमीटर के दायरे में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी के बारे में ऑडियो संदेश एवं एसएमएस के माध्यम से अलर्ट मिलेगा। एसडीएम अर्पिता पाठक ने कहा कि यह दोनों ही ऐप को कृषक अपने मोबाईल में अपलोड कर लें। कृषि कार्य के लिए यह जानकारी काफी सहूलियत प्रदान करती है।