मोहन माझी ने ली भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट 

भुवनेश्वर(गंगा प्रकाश)। ओड़िशा में पहली बार बनी भाजपा की सरकार में क्योंझर से विधायक मोहन चरण माझी ने आज भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ केवी सिंह देव और प्रभाती परिदा ने राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसी के साथ ओडिशा में पहली बार एक सीएम , दो डिप्टी सीएम और तेरह मंत्रियों की सरकार बनी। इसमें गणेश राम , संपंद स्वेन , प्रदीप बालासमंता , गोकुला नंद मलिक , सूर्यबंशी सुराज को मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ दिलाई गई। माझी कैबिनेट में सुरेश पुजारी , रबिनारायण नाइक , नित्यानद गोंड़ , पृथ्वीराज हरिचंदन , कृष्ण चंद्र महापात्रा , मुकेश महालिंग , बिभूति भूषण जेना , कृष्ण चंद्र पात्रा भी मंत्री के रूप में शामिल किये गये हैं। शपथ ग्रहण समारोह देर शाम भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित किया गया। ओडिशा के मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन चरण मांझी के शपथ समारोह में शामिल होने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भुवनेश्वर पहुंचे। एयरपोर्ट पर ओड़िशा के राज्यपाल रघुबर दास और स्वयं मोहन चरण मांझी ने पीएम मोदी का स्वागत किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी शपथ समारोह में मौजूद रहे। बताते चलें कि माझी के नाम का ऐलान 11 जून को हुई विधायक दल की बैठक में किया गया। भाजपा ने वरिष्ठ पार्टी नेता राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को ओड़िशा में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिये केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। बताते चलें मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी का जन्म वर्ष 1972 में ओडिशा में हुआ था। उनके पिता का नाम गुनाराम माझी है। उनकी शादी डॉ. प्रियंका मरांडी से हुई है और उनके दो बेटे हैं। मोहन चरण माझी ने अपना सियासी कैरियर एक सरपंच के रूप में शुरू किया था। उन्होंने यह जिम्मेदारी 1997 से 2000 के बीच सम्हाली। वर्ष 1997 में उन्हें भाजपा ओडिशा आदिवासी मोर्चा के सचिव की जिम्मेदारी मिली। इसके अलावा मोहन स्थानीय स्तर पर युबज्योति क्लब , रायकला के अध्यक्ष , बाबा धबलेश्वर महादेव मंदिर समिति , रायकला के सदस्य और भाजपा ओडिशा एसटी मोर्चा के महासचिव जैसे पदों पर भी रहे। वे खुद को पेशे से किसान और समाजसेवक बताते हैं। शैक्षिक योग्यता की बात करें तो माझी स्नातक पेशेवर हैं। वर्ष 1993 में सीएस कॉलेज चंपुआ से इन्होंने बीए किया है। इसके बाद मोहन ने वर्ष 2011 में ढेंकनाल लॉ कॉलेज से एलएलबी किया है। यात्रा और खेल का शौक रखने वाले मोहन रायकला, क्योंझर में राइजिंग स्टार क्लब के फुटबॉल खिलाड़ी रहे हैं। आदिवासी नेता मोहन माझी ने विधानसभा चुनाव में क्योंझर सीट से जीत हासिल की है। इस चुनाव में उन्होंने बीजू जनता दल की मीना माझी को 11,577 मतों से शिकस्त दी। वे पहली बार 2000 में क्योंझर (एसटी) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के विधायक चुने गये थे। इसके बाद वर्ष  2004 , 2019 और अब 2024 में भी क्योंझर सीट से जीते हैं। माझी ओडिशा विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक भी रह चुके हैं। चार बार एक ही विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल करने वाले माझी पर इस बार भारतीय जनता पार्टी ने भरोसा जताया और उन्हें ओड़िशा का पन्द्रहवां मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। उल्लेखनीय है कि इस बार ओड़िशा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में बीजू जनता दल के विजयरथ को रोका और बड़ी जीत दर्ज की। यहां 147 में से 78 सीटों पर जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी ओडिशा में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी। पार्टी ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीद्वार घोषित किये बिना पीएम मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था। उधर बीजू जनता दल को 51 सीटों पर जीत हासिल हुई।

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