
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। राजस्व मंत्री की अपील को ठुकराते हुए 8 जुलाई से पूरे विकासखंड में पटवारियों के द्वारा हड़ताल की जा रही है। पटवारियों ने कहा है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी ही रहेगा। पटवारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 5 हजार से ज्यादा पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है। पटवारियों द्वारा हड़ताल करने की वजह से राजस्व विभाग के सभी कामकाज ठप हो गये है। पटवारियों ने ये आंदोलन राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा की अपील को ठुकराते हुए 32 सूत्रीय मांगो को लेकर नया रायपुर धरना स्थल में शुरू किया है। साथ ही अलग अलग जिलों में भी ये प्रदर्शन जारी है। पटवारी संघ का कहना है कि ऑफिस में ऑनलाइन कामों के लिए कम्प्यूटर, इंटरनेट, पिं्रटर, स्कैनर जैसे अन्य सुविधाएं उन्हें नहीं मिल रही है। डिजिटल हस्ताक्षर 100 प्रतिशत करने के लिए शासन स्तर पर दबाव बनाया जाता है। पटवारी अपने खर्च से ही डिजिटल टोकन बनाते है, इसके बाद भी अधिकारियों द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। आनलाइन रजिस्ट्री होने के बाद नामांतरण के लिए पटवारी की आईडी में आता है, जिसमें क्रेता-विक्रेता से संबंधित सारी जानकारी अंग्रेजी में रहती है। जिसे हिंदी में टाइप करना पड़ता है। लिपिकीय त्रुटि हो सकती है, जिसके लिए पटवारी को ही दोषी समझा जाता है। इनका आरोप ये भी है कि शासन की तरफ से न तो उन्हें नेट भत्ता दिया जाता है और न ही आवश्यक संसाधन दिया जा रहा है।