प्रमोशन : प्रमोशन के लियॆ भटक रहे कई शिक्षक अब तक तीन डी ई ओ बदले परंतु 59 पदोन्नत प्रधान पाठकों क़ो नहीं मिल सकी पदस्थापना

गरियाबंद  जिले  में नियमविरुद्ध  एक शाला में दो दो प्रधान पाठक ,अघोषित संलग्न शिक्षकों की भूमिका पर उठे सवाल 

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। गरियाबंद  जिले  के शिक्षा  विभाग  की बदतर स्थितिया कब सुधरेगी  इसका  कोई जवाब किसी के पास नहीं जिले में one time relaxtion के तहत सहायक शिक्षकों  क़ो प्राथमिक प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति  देनी थी  विवाद के चलते जिले में  पदोन्नती की पहली सूची ही जारी हो पायी है वह भी प्रदेश में सबसे पीछे  उसके बाद भी रिक्त पदों पर होने वाली पूरक सूची क़ा कोई अता पता  नहीं कई शिक्षकों क़ो परिभ्रमण सूची में रख कर बेवजह पदोन्नति से वंचित रख कर उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा।

पदोन्नति के संबंध  में जिला शिक्षा अधिकारी कोई ठोस जवाब नहीं दे पा रहे। 

कब  होगा  बता नहीं पा रहे  वहीं पिछले एक साल से जिले के मैनपुर ब्लॉक  के 59 पदोन्नत  प्रधान पाठकों  क़ा  पदाकन्  नहीं कर पाये है। प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री व सांसद बृजमोहन अग्रवाल  ने  पदोन्नति  की प्रक्रिया 6माह  में पूरी  करने का आदेश दिया था परंतु गरियाबंद जिले में उक्त आदेश निर्देश क़ा अनुपालन नहीं हो पा रहा या अधिकारी करना नहीं चाह रहे जवाब कौन देगा जिम्मेदार कौन है किसी क़ो पता नहीं। 

सूत्रों  से प्राप्त  जानकारी  के अनुसार 17-01-23 क़ो जिले के शिक्षकों  की पहली पदस्थापना हेतु  काउंसलिंग  कराई  शिक्षकों  ने काउंसिलिंग  में   भाग लिया  परंतु बहुत सारे पदोन्नत  प्रधान पाठकों  क़ो शिक्षकीय  समस्या एकल शिक्षकीय शाला  होने के नाम पर आज पर्यन्त  कार्यमुक्त  नहीं  किया गया जिसके कारण  गरियाबंद  छुरा मैनपुर ब्लॉक के कई स्कूल में एक साथ दो -दो  प्रधान पाठक  काम कर रहे सेटअप अनुसार एक शाला में एक प्रधान पाठक का पद स्वीकृत है एक का वेतन आहरण हो सकता है लेकिन दो दो प्रधान पाठकों क़ो एक स्कूल से कैसे वेतन आहरण हो रहा समझ से परे है। 

बिना आदेश के संलग्न शिक्षक की भूमिका पर सवाल 

जिला शिक्षा कार्यालय  गरियाबंद  में संलग्नीकरण के नाम पर कई उच्च श्रेणी शिक्षकों क़ो कई शाखाओं में नोडल अधिकारी बनाया गया है परंतु दिखावे के नाम पर संलग्नीकरण समाप्त कर  पुनः बिना किसी संलग्नीकरण आदेश  के काम लिया जा रहा उक्त  शिक्षक न्यायलीन प्रकरण और शिकायत शाखा देख रहे सूत्रों के मुताबिक  जिन पर  अवैध उगाही व शिक्षकों से कार्यवाही ,पदस्थापना अन्य  कार्यवाहियों का डर दिखा कर  अवैध उगाही की जाती है बिना किसी आदेश के उक्त यू डी टी  महेश राम पटेल पूर्व में DMC व BEO रह चुका है।

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