
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। बारिश शुरू होते ही मुश्किलों का दौर हुआ शुरू ,मौसमी बुखार के साथ मलेरिया के मिल रहें मरीज। माननीय कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देशानुसार और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गार्गी यदु पाल मैडम के मार्गदर्शन में गत दिनों गरियाबंद जिले के जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर एम मनीष और 10 सदस्यीय टीम द्वारा जिले के दुर्गम पहाड़ियों पर बसे उप स्वास्थ्य केंद्र ओड के सभी आश्रित ग्रामों जोबपारा,कुकरार , नगरार हथौड़ाडीह में घर घर जाकर मलेरिया सर्वे किया गया। नगरार और जोबपारा में जा रही टीम को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा ,सर्वे करने जा रही टीम की चार पहिया वाहन कीचड़ भरे रास्ते में 1 घंटे फंसी रही वहीं दूसरी ओर नगरार जा रही स्वास्थ्य टीम ने दोपहिया वाहन से जैसे तैसे पहुंच कर लोगो का उपचार किया।
गावों में घर घर भ्रमण कर सर्वे टीम द्वारा 1140 लोगों रैपिड मलेरिया टेस्ट किया गया । जांच में 8 मलेरिया धनात्मक रोगियों को एसीटी किट की प्रथम डोज दवा खिलाकर त्वरित उपचार किया गया। जिला मलेरिया अधिकारी ने विजिट के दौरान मलेरिया से बचने हेतु लोगो को सोते समय मच्छरदानी उपयोग करने और लार्वा समाप्ति हेतु पानी से भरे गड्ढों में जला हुआ तेल डालने और खाली बर्तनों टायर टंकी में पानी जमा न होने देने और घरों के आसपास साफ सफाई रखने के निर्देश दिए ।

गांव की मितानिन के पास पर्याप्त मात्रा में मलेरिया जांच और उपचार कीट के साथ बुखार, उल्टी दस्त और मौसमी बीमारियों के उपचार के लिए दवाइयां उपलब्ध कराई गई ।

11 सदस्यीय टीम में ग्रामीण चिकित्सा सहायक विकास वर्मा ,पर्यवेक्षक यू एस आयाम, एस आर मरकाम ,स्वास्थ्य संयोजक दिलीप सेन ,जयसिंह सिदार, कृष्णा पैकरा नीरज कन्नौजे,ज्ञानदास मानिकपुरी सी एच ओ दुर्गेश पुरेना और एम टी नेकराम और गांव के सभी मितानिन उपस्थित रहे।
