
गरियाबंद/छुरा (गंगा प्रकाश)।गर्मी के प्रारंभ होने के साथ ही जिला प्रशासन द्वारा हर सप्ताह के समय सीमा की बैठक में ग्रामीण क्षेत्र में लोगो को पेय जल सुविधा देने का निर्देश दिया जाता रहा है,साथ ही इन कार्यों में लापरवाही नही करने का निर्देश भी जिला प्रशासन द्वारा दिया गया है।लेकिन जिले का एक ऐसा ग्राम है जहा पीने की पानी के साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामीणों को परेशान होना पड़ रहा है।ज्ञात हो कि गरियाबंद जिले के छुरा ब्लाक के ग्राम पंचायत सांकरा के आश्रित ग्राम कुम्हर मरा के ग्रामीणों ने लिखित में शिकायत बताते हुए कहा की ग्राम में पीने के शुद्ध पानी ग्रामीणों को देने के लिए महीनो पहले पानी टंकी के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया है,लेकिन पूरा गर्मी का मौसम बीत गया और बरसात भी आधा गुजर गया तब भी पानी टंकी का कार्य पूरा नहीं हो पाया और न ही लोगो को नल जल की सुविधा ही मिल पाया है।वही ग्राम के अधिकांश हैंड पंप खराब पड़ा है जिसके चलते लोगो को पीने की पानी के लिए परेशान होना पड़ता रहा है,इस पानी की समस्या के चलते रविवार को ग्राम कुम्हर मरा के ग्रामीणों ने पीने की पानी और दैनिक उपयोग के लिए पानी की व्यवस्था करने के लिए पंचायत सचिव और जनप्रतिनिधियों से मांग किया,उनके मांग के अनुरूप पानी टैंकर भेजने का आश्वासन तो पंचायत दिया गया लेकिन शाम तक पानी टैंकर नही भेजे,जिससे मजबूरन ग्रामीणों के द्वारा बरसात की पानी को इकठ्ठा कर दैनिक उपयोग के लिए पानी तो ले लिए लेकिन पीने और खाना बनाने की पानी के लिए ग्रामीण तरसते दिखे।
साथ ही बरसात के मौसम में गाली का मार्ग कच्ची होने से सभी तरफ कीचड़ और दलदल व्याप्त है,सीसी रोड बनाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा ध्यान नही दिया है।एक तरफ सीसी रोड नही दूसरी तरफ बरसात के चलते कीचड़ और दलदल है साथ ही बिजली के खंभे तो है लेकिन ज्यादातर खंभे के बिजली खराब हो गया है जिससे लोगो को रात के समय और ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।जबकि जनप्रतिनिधि व प्रशासन के द्वारा ग्रामीणों को हर संभव सुविधा देने के लिए पंचायत स्तर पर विकास कार्य मांग,मनरेगा का कार्य और अन्य तरह से राशि आबंटित किया जाता है।वही बरसात के प्रारंभ में ही जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग द्वारा ग्राम में स्वच्छता बनाने गंदगी न रखने के हर संभव प्रयास कर लोगो में जागरूकता लाने अपील किया जाता है।लेकिन ग्राम पंचायत सांकरा के आश्रित ग्राम
कुम्हर मरा जहा हर गली मोहल्ले और चौक चौराहों में गंदगी और कीचड़ व्याप्त है जिसमे रहने ग्रामीण मजबूर है।