ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बनीं लिज ट्रिस


अरविन्द तिवारी 

लंदन (गंगा प्रकाश) – स्कॉटलैंड में बाल्मोरल एस्टेट में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने आज लिज ट्रस को ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही बोरिस जॉनसन ने महारानी से मुलाकात कर औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा सौंप दिया। परंपरा को तोड़ते हुये महारानी एलिजाबेथ के  सत्तर साल के शासनकाल में पहली बार सत्ता का हस्तांतरण लंदन के बकिंघम पैलेस के बजाए बाल्मोरल में किया गया। ये समारोह स्कॉटलैंड में रानी के बाल्मोरल एस्टेट में हुआ , क्योंकि तबीयत खराब होने के कारण फिलहाल महारानी यहीं हैं। ट्रस ने शपथ ग्रहण के साथ ही ब्रिटेन के नये  प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार सम्हाल लिया है। वे आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन की 56वीं और देश की तीसरी महिला प्रधानमंत्री का पद सम्हाली हैं। ट्रस इससे पहले बोरिस जॉनसन सरकार में विदेश मंत्री के तौर पर सेवायें दे चुकी हैं। बताते चलें मार्गरेट थैचर और थेरेसा के बाद लिज ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बनी हैं। लिज ट्रस ने भारतीय मूल के ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के चुनाव में हराया है। अपनी जीत पर लिज ट्रस ने मौजूदा पीएम बोरिस जॉनसन को शुक्रिया कहा। 

               गौरतलब है कि लिज ट्रस का जन्म 1975 में ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड में हुआ। उनके पिता मैथमेटिक्स के प्रोफेसर जबकि मां नर्स थीं। ट्रस ने एक बार अपने माता-पिता का उल्लेख ‘लेफ्ट विंग’ के रूप में किया था। हालांकि उनका परिवार कभी सक्रिय राजनीति में नहीं रहा लेकिन जिस समय मार्गरेट थैचर प्रधानमंत्री थीं , वे परमाणु निरस्त्रीकरण के लिये रैलियों में शिरकत किया करते थे। ट्रस ने स्कूल के मॉक इलेक्शन में एक बार मार्गरेट थैचर का किरदार निभाया था। उनकी स्कूलिंग ग्लासगो और लीड्स में हुई। इसके बाद ट्रस ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गईं , जहां उन्होंने फिलोसॉफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की। वे छात्र राजनीति में काफी सक्रिय थीं। लिज ट्रस ने वर्ष 2000 में ह्यूग ओ लिएरी से शादी की, जो पेशे से अकाउंटेंट थे। उनके दो बेटियां फ्रांसेज और लिबर्टी हैं। लिज ट्रस की राजनीतिक महत्वकांक्षा ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के समय से ही नजर आने लगी थीं। वे शुरुआत में लिबरल डेमोक्रेट पार्टी से जुड़ी रहीं।  वह ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई के दौरान ही कंजर्वेटिव पार्टी से जुड़ गईं। उन्होंने हेम्सवर्थ से वर्ष 2001 और काडर वैली से वर्ष 20015 में चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं। वे अपना पहला चुनाव वर्ष 2006 में ग्रीनविच से जीतीं , जहां वह काउंसिलर चुनी गईं।  वर्ष 2010 में कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री डेविड कैमरन उन्हें अपने प्राथमिक उम्मीद्वारों की ए-सूची में शामिल करना चाहते थे। इस दौरान उन्होंने साउथ वेस्ट नॉरफॉक सीट से चुनाव लड़ा। उन्हें वर्ष 2012 में शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। वर्ष 2014 में उन्हें प्रमोट कर पर्यावरण मंत्री बना दिया गया। लिज ट्रस को भारत, ब्रिटेन के रणनीतिक और आर्थिक संबंधों का पैरोकार माना जाता है। ये बोरिस जॉनसन कैबिनेट में विदेश मंत्री थीं और इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों में प्रगाढ़ता देखी गई थी। ट्रस इस साल की शुरुआत में भारत दौरे पर आई थीं। उनका यह दौरा दोनों देशों के लिहाज से बेहतरीन रहा। इस दौरान उन्होंने भारत को बड़े अवसरों का देश बताया था। ट्रस ने पिछले साल बोरिस जॉनसन की अगुवाई वाली सरकार में इंडिया, यूके इन्हेंसड ट्रेड पार्टनरशिप (ईटीपी) पर हस्ताक्षर किये थे। इस समझौते के बाद ही दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) का रास्ता खुला।

भारतीय पीएम ने दी बधाई 

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुने जाने पर लिज ट्रस को बधाई दी। उन्होंने भरोसा जताया कि उनके नेतृत्व में भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी। नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा – ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री चुने जाने पर लिज ट्रस को बधाइयां। मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी और भी मजबूत होगी।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *