
मैनपुर । राधेश्याम पटेल
विकासखंड मैनपुर में 20 शिक्षकों की स्थांनातरण होने से शैक्षणिक कार्य काफी प्रभावित है।. ऐसे ही शिक्षकों की कमी पहले से झेल रहे थे। मैनपुर विकास खंड में ऐसा अन्याय किया जाना बड़ी दुर्भाग्य है। क्योंकि मैनपुर विकासखंड में 1 शिक्षक की भरोसे ही शाला चलना बड़ी मुश्किल हो गया है ।ऊपर से दिन प्रतिदिन कानून बनाकर के मैनपुर विकासखंड के शिक्षकों को स्थानांतरण करना छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।शिक्षक की कमी के कारण बच्चों को बड़ी परेशानी हो रही है। स्कूल शाला में ताला लगने की नौबत आ गई है ।कई जगहों की आम जनता को बच्चों एवं ग्रामीणों को लेकर के बीईओ कार्यालय की घेराव करने की नौबत तक आती रही है। उसके बाद भी जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा मैनपुर विकासखंड की एकमुश्त 20 शिक्षकों को स्थानांतरण कर देना पालक एवं बच्चों को तमाचा मारने की तरह हो गया है आदिवासी अंचल के रहवासी स्कूल शाला में ताला लगा कर के विरोध करने के विचार बना चुके हैं। क्योंकि ऐसा अन्याय होता है तो केवल मैनपुर विकासखंड के साथ ही होता है ।मैनपुर विकासखंड के पालक एवं बच्चों ने शिक्षा विभाग के क्या बिगाड़ डाला है जो इस तरह की प्रतिदिन कानून नियम बता कर के शैक्षणिक कार्य को प्रभावित करते जा रहे हैं। आदिवासी अंचल के बच्चों को शिक्षा पूर्ण रूप से नहीं मिल रही है बच्चे ऐसे ही शिक्षक नहीं होने के कारण स्कूल जाने से कतरा रहे हैं यहां के जनप्रतिनिधि भी आज तक कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं जबकि मैनपुर विकासखंड में हजारों शिक्षक भर्ती किए गए लेकिन शिक्षक बाहर के लोगों को ही नियुक्ति किया जाता है। जिसके कारण जल्द ही स्थानांतरण करवा कर अपने गांव के नजदीक में चले जाते हैं।
