
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। घटारानी दैविय पर्यटन क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर लापरवाही सामने आई है। घटारानी झरणा में 20 अगस्त को नहाते समय 14 वर्षीय बालक के डूबने से हाहांकार मच गया। उसी समय किसी दर्शनार्थी की नजर पड़ी तो बच्चे को बाहर निकाला गया। निकालने वाले ने बताया कि बच्चे के पेट में मुंह तक पानी भर गया था, जिससे वह बेसुध हो गया था। मौके पर मौजूद पुलिस जवान भगवान सिंह धु्रव ने दर्शनार्थी, परिवार का सहयोग कराते प्राथमिक उपचार के लिए चरौदा प्राइवेट क्लिनिक में दिखाया। फिर परिजन विकासखंड चिकित्सा अधिकारी विरेन्द्र हिरौंदिया व अन्य डॉक्टरों देखा तो फेफड़े और पेट में पानी भरा होना बताया गया था, जिससे बच्चा बेहोश भी था। गंभीरता को देखते उनकी सलाह पर रायपुर भेजा गया। बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार रायपुर क्षेत्र से आये थे। ऐसे में घटारानी में लगे पुलिस सुरक्षा की लापरवाही की पोल खुलती नजर आ रही है। घटारानी ड्यूटी में लगाये जाने वाले पुलिस जवान डेंजर पाइंट पर कभी गंभीरता से नहीं लिया, न वहां ड्यूटी पर रहते है। इसी तरह घटरानी द्वारा संचालित समिति द्वारा चार लोगां को सुरक्षा में लगाते वह भी डेंजर स्थल पर नहीं रहते। नतीजन दर्शनार्थी को अपने इंज्वॉय करने में खुली छूट मिलने से घटना घटित हो गया। वही समिति के वरिष्ठ सदस्य परमेश्वर दीवान, सुरक्षाकर्मी परमेश्वर गंधर्व ने बताया कि बार बार साउण्ड से एलांउस कराया जाता है। डेंजर पाइंट पर जाकर हिदायत देते है, उल्टा दर्शनार्थी विवाद करने लग जाते है। समिति अपने स्तर पर सुचारू व्यवस्था में कोई कसर नहीं छोड़ता है। फिंगेश्वर पुलिस थाना निरीक्षक फैजल होदा शाह से सुरक्षा संबंधी जानकारी के संबंध में फोन किया गया, पर रिसीव नहीं हुआ। ब्लॉक चिकित्सा फिंगेश्वर विरेन्द्र हिरौंदिया ने बताया कि फिंगेश्वर उपस्वास्थ्य केन्द्र में एक बालक को पानी में डूबने से बेहोशी व गंभीर स्थिति में लाया गया। फेफड़े और पेट पर पानी भर गया था। घायल की गंभीरता स्थिति को देखते हुए रायपुर रिफर किया गया है। लोगों ने बरसात के बाद से प्रतिदिन गोताखोर की तैनाती की आवश्यकता महसूस कर रहे है। वर्तमान में सिर्फ रविवार को यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। फिलहाल 21 अगस्त से झरणा और विशेष कर कुंड में नहाने प्रतिबंध किया गया है। पुलिस उस जगह को रस्सी से घेरा गया है। इससे पहले भी अनेकों गंभीर घटना हो चुकी है फिर भी प्रशासन हरकत में नहीं आया है। लगातार हादसों के बाद भी चेत नही रहा है। समय रहते व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो बड़ी घटनाएं को आमंत्रण करने के बराबर होगा। अंचल के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माता घटारानी में पहाड़ी एवं लगभग 52 फीट उपर से पानी झरणा गिरता है। सावन में उनकी सुन्दरता और बढ़ जाती है। जिसे देखने और लुप्त उठाने दूर दूर से पहुंचते है। जुलाई से बरसात हुई है तब से झरणा पूरे शबाब पर है। इसी झरणा के कुछ नीचे कुंड बनाया गया है। इसमें भी दर्शनार्थी नहाने का मजा लेते है। यहां लोग अधिकतर समूह में चाहे परिवार संग या सार्वजनिक ग्रुप में आते है। झरणा, कुंड में नहाने का आनंद लेते है। कई बार परिवार संग पहुंचे बच्चे भी साथ रहते है। नहाने में इतना मशगुल हो जाते है कि बड़े और बच्चे अलग अलग हो जाते ये आम है। इसी देखभाल की अभाव की लापरवाही से कुंड में डूबने जैसी घटना होती है।