गायत्री चेतना केंद्र फिंगेश्वर में बाल संस्कार शाला आचार्य प्रशिक्षण सम्पन्न



गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशन एवं युवा प्रकोष्ठ जिला गरियाबंद में मार्गदर्शन में आज गायत्री चेतना केंद्र फिंगेश्वर में बाल संस्कार शाला आचार्य प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ सर्वप्रथम संतोष कुमार साहू निहारिका साहू एवं यश कुमार सिन्हा के द्वारा प्रज्ञा गीत का गायन किया गया। तत्पश्चात अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन एवं देव पूजन के साथ प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। नुकेश कुमार साहू जिला समन्वयक युवा प्रकोष्ठ गरियाबंद के द्वारा बाल संस्कार शाला के आवश्यकता, महत्व एवं पूर्व तैयारी पर प्रकाश डाला गया, भारत वर्ष जगतगुरु रहा है, यहां की भूमि महापुरुषो को जन्म देने वाली टकसाल रही है, आने वाली नव पीढ़ी के अंदर संस्कार परंपरा को पुनः बीजारोपण करने के उद्देश्य से परम पूज्य गुरुदेव ने बाल संस्कार शाला चलाने का उद्घोष किया है। कमलेश साहू ब्लाक समन्वयक युवा प्रकोष्ठ राजिम द्वारा प्रथम (अध्यात्म कालखंड) अंतर्गत प्रार्थना, वंदना, जप ध्यान, शुभकामना, कर दर्शन व धरती माता का प्रणाम किया गया। सागर निषाद द्वारा सदवाक्य मनन चिंतन व प्रेरणाप्रद कहानी सुनाया गया। उसी क्रम में स्वस्थ्य रहने की कला अंतर्गत ऊषापान, जलपान, दातून का महत्व एवं जीवन जीने के कला में माता पिता को प्रणाम, संकल्प शक्ति, गायत्री मंत्र के महत्व आदि का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया। प्रज्ञा गीत प्रेरणाप्रद महापुरुष की कहानी, व ग्राम भसेरा से पहुंची सरपंच महोदया का जन्मदिवस भारतीय संस्कृति के अनुसार मनाया गया। योग आसन प्राणायाम व मनोरंजक खेल व जयंती पर्व के बारे में बताया गया। तत्पश्चात सत्संकल्प पाठ के साथ प्रशिक्षण का समापन हुआ। श्री हेमलाल साहू (जिला प्रमुख भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा एवं सहायक प्रबंध ट्रस्टी) ने कहा केवल शारीरिक रूप से सुंदर दिखना ही काफी नहीं है श्रेष्ठ संस्कार भी आवश्यक है, आप सभी के द्वारा बाल संस्कार शाला चलाने के संकल्प को मैं प्रणाम कर आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। उक्त कार्यक्रम का संचालन संतोष साहू द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वरिष्ठ जगदीश साहू, कृपाराम यदु, युग पुरोहित परमानंद, कोमल सिन्हा, भोपाल सिन्हा, बलराम साहू संगठन प्रमुख युवा प्रकोष्ठ, मेषराम साहू सहसमन्वयक युवा प्रकोष्ठ जिला गरियाबंद, पूरन लाल साहू का विशेष योगदान रहा। प्रशिक्षण में लगभग 85 की संख्या में प्रशिक्षार्थी उपस्थित रहे।

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