
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। हिमांचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में आंदोलनकारी किसानों को बलात्कारी, हत्यारा व हिंसक बताया था जिस पर संयुक्त किसान मोर्चा ने कड़ी आपत्ति जताई थी और किसानों से माफी मांगने की बात कही थी लेकिन अभी तक कंगना रनौत ने माफी नहीं मांगी है। हालाँकि भाजपा पार्टी ने कंगना रनौत की बातों को उसकी निजी राय बताया और नीतिगत बातों पर बोलने से अधिकृत नहीं किया है लेकिन किसानों को अपमानित करने वाली बातों पर कोई कार्यवाही नहीं कि। अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत के विरुद्ध नफरती बात कहने को लेकर मुकदमा दर्ज करने व गिरफ्तार की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन छत्तीसगढ़ इकाई जिला गरियाबंद ने जिला संयोजक मदन लाल साहू के नेतृत्व में प्रधानमंत्री के नाम तहसीलदार फिंगेश्वर को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन छत्तीसगढ़ के महासचिव तेजराम विद्रोही, फिंगेश्वर ब्लॉक संयोजक रेखराम साहू, जिला मीडिया प्रभारी ललित कुमार साहू, सदस्यगण शेषनारायण चन्द्राकर, सोमन यादव, नंदू धु्रव, होरीलाल साहू, पदुम लाल, कपूर साहू, किरण साहू, योगेंद्र साहू, सुदर्शन यादव आदि उपस्थित रहे। किसानों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन में कहा है कि मंडी (हिमाचल प्रदेश) सांसद सुश्री कंगना रनौत द्वारा 25 अगस्त को मुम्बई में एक अखबार को दिए गए साक्षात्कार में किसानों को उपद्रवी, हिंसक, दुष्कर्मी, षड्यंत्रकारी और हत्यारा बताया गया है। उन्होंने कहा है कि प्रोटेस्ट के नाम पर हिंसा फैलाई गई, वहां रेप हो रहे थे, मारकर लाशों को लटकाया जा रहा था। उन्होंने आंदोलनकारी किसानों को चीन और अमरीका जैसी विदेशी ताकतों का नुमाइंदा भी बताया। उन्होंने किसान आंदोलन पर भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति बनाने का आरोप भी लगाया। भाजपा सांसद का बयान देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले किसानों- अन्नदाताओं, महिलाओं, शहीद, किसानों की अवमानना करने, अपमानित, जलील एवं नीचे दिखाने वाला शर्मनाक, आपत्तिजनक असंवैधानिक बयान है, जो हेट स्पीच की श्रेणी में आता है। जिससे सभी किसान भाई नाराज है।