
बाड़ जैसे विपरीत परिस्थितियों में आकर डट के खड़ा रहा डोंगरगांव जनता के लिए
धनंजय गोस्वामी
डोंगरगांव (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात है सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन छुरिया, डोंगरगढ़, डोंगरगांव विकासखंड और नदी के तटीय क्षेत्रों में लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गांव में मुनादी कराई जा रही है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए लोगों से अपील की है कि नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में न जाए। उन्होंने एसडीएम और एसडीओपी और अन्य अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
इसी कड़ी में डोंगरगांव में कई जगहों पर बाढ़ के हालात निर्मित हुई जिसमें बड़े रूप में नए योगेश दोषा के सामने भारी जल जमाव को देखते हुए आगमन पूरी तरह बाधित हुआ जिसमें डोंगरगांव के महेंद्र भोसले ने अपनी सूझबूझ और जुझारू पन से घंटो जेसीबी के साथ लगे रहते हुए पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए लोगों के आवागमन के लिए रास्ता बनाते हुए जूझे रहे जिसे देखकर डोंगरगांव अंचल में उनकी भूरी भूरी प्रशंसा हुई।
बाड़ जैसे हालातो में अपनी परवाह ना करते हुए घंटो डटे रहने पर कुछ लोगों ने उन्हें डोंगरगांव के बैटमैन की संज्ञा दी।
गौरतलब है कि डोंगरगांव में बाड़ के हालातो में बड़े-बड़े नेता अपने घरों में दुबके रहे वही बैठे-बैठे बाड़ की हालातो की जानकारी लेते रहे उन्होंने ग्राउंड में जाकर जनता के परेशानियों को दूर करना मुनासीब नहीं समझा।
डोंगरगढ़ में खातूटोला बैराज से लगभग 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिसके कारण एलबी नगर के नारायणगढ़, छुरिया विकासखंड के हालेकोसा, बनियाटोला, रंगीटोला, मगरढोकरा बापूटोला, बिसाहूटोला और डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम रामपुर, डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम आलीखुंटा, आरगांव के तटीय क्षेत्र पानी छोड़ने के कारण प्रभावित हुए हैं। धीरे-धीरे पानी कम हो रहा है। इसी तरह बागनदी, मोंगरा बैराज से भी पानी छोड़ा गया है। जिला होम गार्ड की टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गई है। नदी के आसपास गांवों में कराई गई मुनादी; मोंगरा बैराज से छोड़ा गया 72000 क्यूसेक पानी।
बाढ़ को लेकर जिला और पुलिस प्रशासन की टीम अलर्ट। लगातार राहत का कार्य किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं। बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थान में भेजा गया है। नारायणगढ़ के लोगों को प्राथमिक शाला चिचोला में शिफ्ट किए जाने के लिए 2 शिविर और रामपुर में 1 राहत शिविर चलाया जा रहा है।
बाढ़ प्रभावितों को दूसरी जगह किया गया शिफ्ट
नारायणगढ़ के पंचायत भवन में 50 व्यक्ति और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में 15 व्यक्तियों को ठहराया गया है। रामपुर के प्राथमिक शाला में 60 व्यक्तियों को ठहराया गया है। तहसील डोंगरगांव में आरगांव, आलीखूंटा में बाढ़ की स्थिति है। 4 घर प्रभावित होने के कारण अन्य स्थान पर शिफ्ट किया गया है।
आसरा, बमनी भाटा आरगांव प्रत्येक ग्राम में 2 राहत शिविर चलाया जा रहा है। तहसील डोंगरगढ़ में ग्राम बाघनदी में फंसे दोनों सिक्योरिटी गार्ड को सुरक्षित निकाला गया। भंडारपुर में 2 राहत शिविर चलाया जा रहा है।
25 से 30 घर बाढ़ से प्रभावित, स्कूल में रुकने की व्यवस्था
तहसील छुरिया में ग्राम बापूटोला, हालेकोसा, बनियाटोला, रंगीटोला मगर धोखरा में लगभग 25 से 30 घर बाढ़ से प्रभावित है। स्कूल में रुकने की व्यवस्था की गई है। ग्राम हालेकोसा में 15 घर बाढ़ की चपेट में आए हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए काम किया जा रहा है। डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम आरगांव में बाढ़ की स्थिति है। 4 घर प्रभावित होने के कारण अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है।
जिले में अब तक 7457.5 मिली मीटर वर्षा हुई है। जिले के तहसील की औसत वर्षा 1216.3 मिमी है। जिले में इस वर्ष चालू मानसून वर्ष में 1 जून 2024 से अब तक औसत 1065.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है।
मोंगरा बैराज से 72000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया
मोंगरा बैराज से 72000 क्यूसेक, सुखानाला बैराज से 43000 क्यूसेक, घुमरिया नाला से 11914 क्यूसेक, खातूटोला से 20208 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पिछले 24 घंटे में 1071.8 मिली मीटर वर्षा हुई है। राजनांदगांव जिले के सभी 7 तहसीलों में पिछले 24 घंटों में औसत 153.1 मिमी बारिश हुई।
जिले सर्वाधिक वर्षा लाल बहादुर नगर तहसील में 241 मिमी दर्ज की गई। वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के अनुसार पिछले 24 घण्टों में डोंगरगढ़ तहसील में 189.3 मिमी, लाल बहादुर नगर तहसील में 241 मिमी, राजनांदगांव तहसील में 153.1 मिमी, घुमका तहसील में 105.5 मिमी, छुरिया तहसील में 154.2 कुमरदा तहसील में 80 मिमी और डोंगरगांव तहसील में 148.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है।