
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायगढ़ (गंगा प्रकाश)। पति की चरित्र शंका और प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर धारदार हथियार टांगी से गले में वार कर पति के हत्या की घटना को अंजाम देने के आरोपिया पत्नी को लैलूंगा पुलिस ने चौबीस घंटे के भीतर विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उसे न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी ने अरविन्द तिवारी को बताया कि गत दिवस 16 नवंबर की सुबह ग्राम पहाड़लुडेग में नीलांबर यादव का शव उसके घर में खाट पर पड़ा मिला , उसके गले पर धारदार हथियार से वार के निशान थे। घटना की सूचना पर थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक राजेश जांगड़े ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। मृतक के चचेरे भाई सेतराम राउत ने बताया कि नीलांबर आठ साल पहले तिलासो माझी को पत्नी बनाकर घर लाया था और दोनों का चार साल का बेटा भी है। घटना के दिन गांव में कार्तिकेश्वर मेला था , जहां परिवार के अन्य सदस्य गये थे। सुबह निलांबर की हत्या की सूचना मिलने पर घर पहुंचे तो शव खाट पर पड़ा मिला। अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देश पर लैलूंगा थाना प्रभारी और उनकी टीम ने घटनास्थल की गहन पड़ताल और डॉग स्क्वाड की मदद से सबूत जुटाये। पूछताछ के दौरान पत्नी तिलासो माझी पर शक गहराया। कड़ी पूछताछ में तिलासो ने कबूल किया कि उसने 16 नवंबर को भोर में अपने पति नीलांबर यादव की हत्या की। उसने बताया कि मेला देखने के बाद रात तीन बजे वह घर लौटी और पति के साथ सो गई , सुबह जब वह दोबारा मेला जाने की तैयारी कर रही थी , तभी दोनों में झगड़ा हुआ। चरित्र शंका और प्रताड़ना से परेशान होकर उसने घर में रखी टांगी से नीलांबर के गले पर वार कर दिया , जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।तिलासो माझी ने हत्या में प्रयुक्त टांगी को पुलिस के सामने पेश किया , जिसे जप्त कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन , एडिशनल एसपी आकाश मरकाम और एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन में इस हत्याकाण्ड मामले का पटाक्षेप हुआ। थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश जांगड़े , उप निरीक्षक मानकुंवर सिदार , सहायक उपनिरीक्षक चंदन नेताम , प्रधान आरक्षक रामरतन भगत , जयशरण चन्द्रा , आरक्षक मयाराम राठिया , सुरेश मिंज का सराहनीय योगदान रहा।