अब धान बेचने के बाद बैंक की कतार में खड़े होने की जरूरत नहीं

फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के हित में धान बेचने की प्रक्रिया में एक और बड़ी सुविधा की शुरूआत की है। जिससे धान बेचने वाले किसानों को तत्काल नकदी की समस्या का समाधान मिलेगा। अब फिंगेश्वर विकासखंड के सभी 24 उपार्जन केन्द्रों पर पहुंचने वाले किसान, माइक्रो एटीएम के जरिए 2000 रू. से लेकर 10000 रू. तक की राशि तुरंत निकाल सकेंगे। मुख्यमंत्री विश्णु देव साय की इस पहल से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी, जिससे उन्हें अब बैंक की कतार में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी। इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए फिंगेश्वर सहकारी बैंक अन्तर्गत बनाए गए प्राधिकृत अध्यक्ष अश्वनी विश्वकर्मा, जनक श्रीवास, अमरसिंग साहू, बंशीलाल रात्रे एवं ईतवारी राम सिन्हा ने बताया कि राज्य में 14 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। शासन द्वारा किसानों को उनके द्वारा बेचे गए धान के एवज में 72 घंटे के भीतर उनके बैंक खातों में भुगतान की व्यवस्था भी शासन ने सुनिश्वित की है। परंतु किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने 10 हजार रू. तक की राशि माइक्रो एटीएम से तुरंत प्रदान किए जाने की सुविधा दी है। किसानों को धान बेचने के लिए उपार्जन केन्द्र तक उसके परिवहन के लिए किराए पर लिए गए टै्रक्टर, मेटाडोर आदि का भाड़ा और हमाली-मजदूर का भुगतान करने के लिए अब न तो किसी से राशि उधार लेने की जरूरत होगी न ही बैंक का चक्कर लगाना होगा। इस सुविधा से किसान बेहद प्रसन्न है। प्राधिकृत अध्यक्षों ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है जो 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। शिकायत निवारण हेतु कंट्रोल रूम की स्थापना के साथ साथ धान खरीदी केन्द्रों में तौल हेतु इलेक्ट्रानिक कांटा बांट, बारदाना, किसानों के लिए बैठक एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत एवं निवारण के लिए हेल्पलाइन नंबर भी चस्पा कर दिये गये है। विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण हेतु कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है। जिसका नं. 0771-2425463 है।

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