
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। समीपस्थ ग्राम पंचायत जामगांव में संविधान दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम संविधान निर्माता भारतरत्न डॉ भीमराव अंबेडकर के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया गया उसके पश्चात् उपस्थित जनों को संविधान की शपथ दिलाई गयी। पंचायत भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरपंच अरुण सिन्हा ने कहा कि हमारा संविधान भारत की सदियों पुरानी संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का आइना है। यह संविधान हमारे सदियों के संघर्ष, अनुभव और उपलब्धियों का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज के दिन 26 नवंबर से संविधान दिवस 2024 के आयोजन की शुरूआत हुई है। आज भारत के संविधान को आत्मसात किए 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। हमारे संविधान निर्माताओं ने जहां पर मौलिक अधिकारों की बात लिखी है, वहां भगवान श्रीराम, माता सीता और भइया लक्ष्मण की तस्वीर अंकित की है। उन्होंने कहा कि यह तस्वीर तब की है जब भगवान श्रीराम लंका विजय के बाद अयोध्या लौट रहे थे। हमें इस बात को समझना होगा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने इस तस्वीर के माध्यम से हमें क्या संदेश दिया है। संविधान में ऐसे ही अनेक चित्र और संकेत हैं, जिनके माध्यम से संविधान निर्माताओं ने इंगित किया है कि हमें भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों के साथ लोकतंत्र को आगे बढ़ाना है। इस अवसर पर सरपंच अरुण सिन्हा, सचिव गौकरण साहू, मोहन साहू, गोपाल सिन्हा, जयवंत धु्रव, जगत साहू, शंकर साहू सहित ग्रामीण जन उपस्थित रहे।