रायपुर (गंगा प्रकाश)। गौ माता हमारी समृद्धि का प्रतीक है , ऐसा माना जाता है कि गौ माता में तैंतीस कोटि देवी देवताओं का वास होता है। गौ अभ्यारण्य को गौ-धाम कहना उचित होगा। राज्य सरकार द्वारा जगह जगह गौ -धाम बनाने का निर्णय किया गया है। बेमेतरा जिले के झालम में पचास एकड़ में गौ-धाम बनकर तैयार है , जल्द ही इसका उद्घाटन किया जायेगा। इसी तरह कवर्धा जिले में 120 एकड़ में गौ-धाम बनाने का काम तेजी से चल रहा है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने और छत्तीसगढ़ के देवभोग ब्रांड को मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है। राज्य सरकार का प्रयास होगा कि गौ माता सुरक्षित रहें। गौ तस्करी और गौ हत्या पर पाबंदी लगाने के लिये सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।

उक्त बातें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष विशेषर सिंह पटेल के पदभार ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने गौशालाओं को प्रति मवेशी दी जाने वाली अनुदान की राशि पच्चीस रुपये से बढ़ाकर पैंतीस रुपये करने की घोषणा करते हुये कहा कि गौ माता के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये छत्तीसगढ़ में जनजागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। इसी कड़ी में उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि गौ -माता हमारी कृषि अर्थव्यवस्था का अभिन्न अंग हैं। इनके संरक्षण और संवर्धन के लिये आवश्यक है कि हम गौ -माता के लिये अपने घर में जगह बनायें और गौ – पालन करें। वहीं उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि प्रदेश में विष्णु का सुशासन है। पीएससी घोटाले और भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त करवाई की जा रही है। राज्य सरकार गुजरात के अमूल की तर्ज पर पशुपालन को समाज और परिवार की आर्थिक तरक्की का जरिया बनायेगी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष विशेषर सिंह पटेल ने आयोग के कार्यों और भावी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नई जिम्मेदारी मिलने पर छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष विशेषर पटेल को बधाई और शुभकामनायें देते हुये उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लगाये गये गौ-उत्पादों के स्टालों का अवलोकन भी किया। समारोह में उपमुख्यमंत्री अरूण साव और विजय शर्मा , पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर , संत राम बालक दास , संत राजीव लोचन महाराज , आचार्य राकेश , दीदी प्रज्ञा भारती , साध्वी गिरिजेश नंदिनी , पवन साय , रामप्रताप सिंह , छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद , छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज , राज्य गौ सेवा आयोग के रजिस्ट्रार डॉ० समीर शर्मा भी उपस्थित थे।
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