खाद्य प्रसंस्करण में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कृषि महाविद्यालय की पहल

खाद्य प्रसंस्करण में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कृषि महाविद्यालय की पहल

 

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र गरियाबंद में चतुर्थ वर्ष के छात्र एवं छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय द्वारा कौशल विकास एवं उद्यमिता विषय के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण के माध्यम से प्रयोगिक प्रदर्शन के द्वारा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. गिरीजेश शर्मा के मार्गदर्शन में महाविद्यालय के छात्र एवं  छात्राओं को प्रोसेसिंग के हुनर को सिखाया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कौशल विकास करना और उन्हें उद्यमिता के अवसर प्रदान करना है। इस कार्यक्रम में, छात्रों को संतरे के प्रसंस्करण के बारे में सिखाया जा रहा है, जिसमें कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र गरियाबंद की सहायक प्राध्यापिका   डॉ. कुन्तल साटकर के द्वारा संतरे से स्क्वैश बनाने की तकनीक के विभिन्न चरणों के बारे में सिखाया गया जैसे कि सफाई, कटाई, स्क्वैश बनाना, पैकेजिंग, और लेबलिंग। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से, छात्रों को न केवल खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कौशल विकास करने का अवसर मिल रहा है, बल्कि उन्हें उद्यमिता के अवसर भी प्रदान किए जा रहे हैं। छात्रों को अपने स्वयं के खाद्य प्रसंस्करण व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम छात्रों को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनने के लिए प्रेरित कर रहा है, जिससे वे अपने स्थानीय समुदाय के विकास में योगदान कर सकें। कृषि महाविद्यालय द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम छात्रों को खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कौशल विकास करने और उद्यमिता के अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

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