रिटर्निंग अधिकारियो द्वारा मतगणना कार्य में भारी लापरवाही की शिकायत अनियमितता का आवेदन लेने से भी इंकार किया गया

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में फिंगेश्वर विकासखंड में मतगणना की लगातार शिकायतों से पीठासीन अधिकारियों की न सिर्फ लापरवाही बल्कि अफरा तफरी से परिणाम को प्रभावित करने तक के स्पष्ट प्रयास मिले हैं। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 का विवाद अथवा ऊहा पोह की स्थिति लगातार लगभग 30 घंटे तक पूरे जिले में यहां के परिणाम की जिज्ञासा रही। मतगणना उपरांत पीठासीन अधिकारियों ने गणना फलक प्रत्याशियों को देने में भारी आनाकानी की। अनियमितता एवं परिणामों को प्रभावित करने की आशंका यही से शुरू हुई। कई स्थानों पर तो पीठासीन अधिकारी गणना फलक दे रहे थे कई जगह गणना फलक आधा भर कर कई जगह मात्र एक प्रत्याशी को प्राप्त मत अंकित कर और कई मतदान केंद्र में तो गणना फलक दिया ही नहीं गया। इससे 23 फरवरी की शाम से ही प्रत्याशी यहां वहां भटकते रहे जिला निर्वाचन अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने गणना फलक पूरा भर के प्रत्येक प्रत्याशी को देना चाहिए कहा। इस पर रिटर्निंग अधिकारी ने कहा कि पीठासीन अधिकारी से बात करवाए जब पीठासीन अधिकारी से रिटर्निंग अधिकारी की बात कराई तो रिटर्निंग अधिकारी ने पीठासीन से कहा कि आप अपना काम कीजिए। प्रत्याशियों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि यह काम काफी देर तक होता रहा तो हमें गोल माल करने के षड्यंत्र का आभास हुआ परंतु अधिकारियों की तालमेल भरी कार्य पद्धति नहीं मिली तो हम कुछ करने में असमर्थ हो गए। रात ज्यादा हो रही थी इसलिए प्रत्याशियों को मनमसोस कर रह जाना पड़ा। 24 फरवरी को सुबह उम्मीदवार अपनी व्यथा लेकर रिटर्निंग अधिकारी के पास फिंगेश्वर पहुंचे तो उन्हें ठगा सा जवाब मिला कि मतदान केंद्र में पीठासीन अधिकारी का आदेश अंतिम होता है। उनके कार्यों से असंतुष्ट अथवा शिकायत के लिए हाई कोर्ट में ही सुनवाई हो सकती है । अब सरपंच पद जैसे छोटे चुनाव के प्रत्याशी अपनी शिकायत के लिए जाए तो जाएं कहां हाई कोर्ट जाकर वह परिणाम प्रभावित करने की आस में मात्र वर्षों इंतजार ही करते रहेंगे। आर्थिक नुकसान एवं मानसिक तनाव से अलग परेशान होंगे। इस मामले में एक सप्रमाण जानकारी के अनुसार फिंगेश्वर विकासखंड की ग्राम पंचायत गनियारी के वार्ड क्रमांक 11 में दो उम्मीदवार पंच पद के उम्मीदवार थे मतगणना के बाद पीठासीन अधिकारी ने एक उम्मीदवार को कुल मत 82 में 41 मत प्राप्त करने का गणना फलक दिया तो दूसरे प्रत्याशी को कुल 83 मत उसमें 42 मत प्राप्त करने का गणना फलक दे दिया इसमें 41 को 42 करना ओवर राइटिंग स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है एवं कुल मत को 83 भी ओवरराइटिंग के अनुसार किया गया है। इस मामले में भी रिटर्निंग अधिकारी ने कुछ करने अथवा इस अनियमितता का आवेदन लेने से भी इंकार कर दिया। इस तरह के और भी मामले की जानकारी प्राप्त हुई है।