विजयी जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत सदस्य अज्ञातवास पर, अध्यक्ष चुनाव के कारण सभी को अगुवा किए जाने का अंदेशा

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। विकासखंड की राजनीति पंचायत चुनाव के बाद एक बार फिर गरमा रही है। त्रिस्तरीय चुनाव के बाद अब जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जनपद पंचायत अध्यक्ष बनाने राजनीति शुरू हो गया है। निर्वाचित सदस्यों पर डोरे डालने का खेल शुरू हो गया है। जबकि लगभग सभी जनपद अध्यक्ष एवं जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा के लिए बनाना काफी सहज बताया जा रहा है। क्योंकि राजनैतिक पार्टी बेस पर त्रिस्तरीय चुनाव तो हुए नहीं है किन्तु भाजपा का दावा है कि जिले में सर्वाधिक स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ता ही विजयी हुए है। इतने बड़े दावे के बाद निर्वाचित सदस्यों पर डोरे डालने से लगता है कि भाजपा के वरिश्ठ नेता अध्यक्ष बनाने में कोई कोताही नहीं रखना चाहते। बात विजयी सदस्यों पर डोरा डालने वाली ही होती तो समझा जा सकता था। परंतु विश्वस्त सूत्रों के अनुसार विजयी सदस्यों को अगुवा कर लिया गया है। जिला पंचायत सदस्यों के साथ विजयी जनपद सदस्यों के मोबाईल बंद है वे अपने घरों में मिल नहीं रहे है। अधिकांश विजयी सदस्यों द्वारा रिर्टनिंग अधिकारियों से प्रमाण पत्र उनके प्रतिनिधियों ने ही प्राप्त किए है। इससे लगता है कि अध्यक्षों के चुनाव दिनांक तक निर्वाचित सदस्य अज्ञातवश में ही रहेंगे। राजनैतिक पार्टी किसी भी प्रकार का जोखम उठाने तैयार नहीं है। इस बारे में भाजपा-कांग्रेस के जिला स्तर के नेताओं से जानकारी चाही गई तो किसी ने भी कुछ बताने से परहेज करते देखा गया।