महासमुंद:प्रधानमंत्री नल जल योजना के नाम पर साइबर ठगी, सरपंचों को बनाया जा रहा निशाना…

प्रधानमंत्री नल जल योजना के नाम पर साइबर ठगी, सरपंचों को बनाया जा रहा निशाना…

 

महासमुंद (गंगा प्रकाश)। जिले के बसना और सरायपाली विकासखंड के ग्राम पंचायतों के सरपंचों को साइबर ठगों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। ठग खुद को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पी.एच.ई.) विभाग का अधिकारी बताकर फोन कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नल जल योजना के तहत मजदूर भेजने का झांसा देकर यात्रा खर्च के नाम पर बड़ी रकम ऐंठ रहे हैं।

ताजा मामला बसना के दूधिपाली ग्राम पंचायत का है, जहां सरपंच से ₹25,000 की ठगी हो चुकी है। साइबर अपराधी पंचायत प्रतिनिधियों को यह भरोसा दिला रहे हैं कि सरकार द्वारा उनके खाते में ₹60,000 ट्रांसफर किए जा रहे हैं, जिसमें से उन्हें मजदूरों के यात्रा खर्च के लिए कुछ राशि ऑनलाइन भेजनी होगी।

सरायपाली के सहायक अभियंता ने किया अलर्ट :

 लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखंड, सरायपाली के सहायक अभियंता ने स्पष्ट किया है कि विभाग द्वारा किसी भी पंचायत प्रतिनिधि से राशि की मांग नहीं की जा रही है। यह पूरी तरह से साइबर ठगी का षड्यंत्र है। उन्होंने सरपंचों और पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की है कि ऐसे किसी भी कॉल पर भरोसा न करें और फोन पे, गूगल पे या अन्य माध्यमों से अनजान व्यक्तियों को पैसे न भेजें।

फर्जी अधिकारियों के नाम और नंबर सार्वजनिक :

सहायक अभियंता के अनुसार, विकासखंड बसना और सरायपाली के कई सरपंचों को रमेश गुप्ता (पी.एच.ई. विभाग रायपुर) और योगेश कुमार (पी.एच.ई. विभाग महासमुंद) के नाम से कॉल आए। इन नंबरों से ठगी के प्रयास किए गए:

रमेश गुप्ता (फर्जी) – 9473621164

योगेश कुमार (फर्जी) – 9127269740

पैसे मांगने वाला नंबर – 8403856013

(श्रीकांत शर्मा के नाम पर)

संदिग्ध कॉल आने पर तुरंत करें रिपोर्ट :

 पी.एच.ई. विभाग ने स्पष्ट किया है कि सरकार द्वारा किसी भी पंचायत प्रतिनिधि को फोन कर पैसे नहीं मांगे जाते। अगर किसी को इस तरह का कॉल आता है तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराएं।साइबर ठगों के जाल से बचने के लिए सतर्क रहें, जागरूक बनें और ठगी की सूचना प्रशासन को दें।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *