हाथी-मानव द्वंद में कमी लाने की कवायद

विशेषज्ञ सिखा रहे हाथियों से बचाव के गुर

भागवत दीवान 

कोरबा (गंगा प्रकाश)। जिले के कटघोरा वन परिक्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन मानव हाथी द्वंद में भारी नुकसान हो रहा है। इसमें कमी लाने की कवायद में वन अमला जुटा हुआ है। इसके लिए वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट द्वारा ग्रामीणों को हाथियों से बचाव के गुर सिखाए जा रहे हैं।

ग्रामीणों द्वारा हाथी समस्या के स्थायी समाधान के लिए गुहार लगायी जा रही है, लेकिन अब तक इस समस्या का समाधान नहीं निकाला जा सका है। हालाकि हाथी मानव द्वंद व उत्पात को रोकने के लिए क्षेत्र में ग्रामीणों व वन विभाग के मैदानी अमले को सरगुजा से आये हाथी विशेषज्ञ प्रभात दुबे एवं उनकी टीम द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। लेकिन हाथियों का उत्पात नहीं थम रहा है, जिससे ग्रामीणों के साथ-साथ वन विभाग की चिंता बढ़ गई है।इससे पहले उन्होंने पसान रेंज के हाथी प्रभावित अड़सरा व सेन्हा गांव में शिविर लगाकर ग्रामीणों तथा मैदानी अमले को प्रशिक्षण दिया था। इस दौरान उन्हें हाथियों को खदेडऩे व उससे बचने के उपाय बताये थे।

हाथियों ने फिर मचाया उत्पात

कटघोरा वनमंडल पसान, केंदई व एतमा नगर रेंज में वन विभाग के तमाम कोशिशों के बावजूद हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात 25 की संख्या में घूम रहे हाथियों के दल ने पसान रेंज के मोहनपुर गांव में लगातार दूसरे दिन उत्पात मचाते हुए ग्रामीणों के बाड़ी व खेतों में लगे धान व मक्का के फसलों को तहस-नहस कर दिया, जिससे आधा दर्जन लोग प्रभावित हुए है। कल भी हाथियों के इस दल ने लैंगी व मोहनपुर गांव में उत्पात मचाते हुए बड़ी संख्या में किसानों की फसल रौंद दी थी। हाथियों के लगातार उत्पात से क्षेत्रवासी हलाकान है।  डिविजन के ऐतमा नगर रेंज में भी 06 हाथी रिंगनिया के आसपास केंदई व ऐतमा नगर रेंज की सीमा पर मौजूद हैं। इन हाथियों ने कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है। लेकिन हाथियों के खेत में चलने से फसल को आंशिक नुकसान पहुंचा है। उधर 21 हाथी केंदई रेंज में घूम रहे हैं। इनमें 16 हाथी परला में है, जबकि 05 हाथियों का लोकेशन कोरबी सर्किल में होना बताया गया। इन हाथियों ने भी फसलों को नुकसान पहुंचाया है।

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