नगर पंचायत छुरा: मधुमक्खी हमले से सफाई कर्मी घायल, इलाज जारी

छुरा (गंगा प्रकाश)। नगर पंचायत छुरा में रविवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब सफाई कार्य के दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने एक महिला सफाई कर्मचारी पर अचानक हमला कर दिया। हमले में गंभीर रूप से घायल हुई महिला कर्मचारी को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नगर पंचायत छुरा में कार्यरत महिला सफाई कर्मचारी सुनीता साहनी (पति- जोहत साहनी) रोजाना की तरह नगर की सड़कों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई कर रही थीं। सफाई करते-करते जब वे शीतला मंदिर प्रांगण में पहुँचीं, तभी वहां मौजूद मधुमक्खियों के झुंड ने उन पर अचानक हमला कर दिया।
सुनीता ने हमले से बचने का प्रयास किया, लेकिन मधुमक्खियों ने लगातार पीछा करते हुए उन पर डंक मारना जारी रखा। अत्यधिक दर्द और घबराहट के चलते वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गईं। साथी सफाई कर्मचारियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और घायल सुनीता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरा में भर्ती कराया।
डॉक्टरों ने बताया कि सुनीता के शरीर के विभिन्न हिस्सों में मधुमक्खियों के कई डंक लगे थे, जिन्हें सावधानीपूर्वक निकाला गया। हमले के कारण उनके पूरे शरीर में सूजन आ गई थी। चिकित्सकों द्वारा समय पर उपचार किए जाने के बाद घंटों बाद जाकर सुनीता को होश आया। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उन्हें निगरानी में रखा गया है।
नगर में मधुमक्खियों का बढ़ता खतरा
नगर पंचायत छुरा क्षेत्र में जगह-जगह मधुमक्खियों ने अपने छत्ते बना रखे हैं, खासतौर पर बाजार क्षेत्र और धार्मिक स्थलों के आसपास। शनिवार को लगने वाली साप्ताहिक बाजार के दौरान मधुमक्खियों की सक्रियता और अधिक बढ़ जाती है, जिससे दुकानदारों और आम नागरिकों में हमेशा भय का माहौल बना रहता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आमतौर पर मधुमक्खियां बिना उकसावे के हमला नहीं करतीं, लेकिन छेड़छाड़ या कंपन के कारण वे बेहद आक्रामक हो जाती हैं और सामूहिक हमला कर देती हैं, जिससे गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
नागरिकों ने प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद नगरवासियों ने नगर पंचायत और प्रशासन से अपील की है कि वे नगर क्षेत्र में बने मधुमक्खियों के छत्तों को हटवाने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए तो भविष्य में और भी बड़ी घटनाएँ हो सकती हैं, जिससे जनहानि का खतरा बना रहेगा।
फिलहाल, नगर पंचायत द्वारा मधुमक्खी नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाए जाने की संभावना जताई जा रही है।