छत्तीसगढ़ : देवांगन समाज गरियाबंद का पांचवां वार्षिक सम्मेलन संपन्न: नारी सशक्तिकरण और सामाजिक एकजुटता पर रहा विशेष फोकस

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। देवांगन समाज जिला गरियाबंद का बहुप्रतीक्षित पांचवां वार्षिक सम्मेलन बिंद्रानवागढ़ राजभवन, मजरकट्टा में भव्यता के साथ आयोजित हुआ। इस सम्मेलन का उद्देश्य समाज को संगठित कर सामाजिक विकास और नारी सशक्तिकरण को गति देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ परमेश्वरी देवी की पूजा से हुई। मुख्य अतिथि डॉ. ओमप्रकाश देवांगन (प्रदेश अध्यक्ष, देवांगन समाज छत्तीसगढ़) ने कहा कि आज देवांगन समाज हर क्षेत्र में अपनी प्रभावशाली पहचान बना रहा है और इसमें महिलाओं की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने समाज को सामाजिक कुरीतियों से मुक्त रखने और शिक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष चिरंजीव देवांगन ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में महेश देवांगन, धनेश देवांगन, शरद देवांगन और अधिवक्ता नरेंद्र देवांगन मौजूद रहे।
इतिहास से प्रेरणा और एकता का संदेश
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेश देवांगन ने कहा कि देवांगन समाज का इतिहास अत्यंत गौरवशाली रहा है और हमें एकजुट होकर उस वैभव को फिर से प्राप्त करना होगा।
प्रतिभाओं और जनप्रतिनिधियों का सम्मान
सम्मेलन में समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को “देवांगन रत्न” सम्मान से नवाजा गया। साथ ही नव-निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का भी सम्मान किया गया।
सम्मानित छात्र-छात्राएँ:
- कुमारी हिना देवांगन (द्वितीय स्थान – वनस्पति शास्त्र, पं. रविशंकर विश्वविद्यालय)
- पूर्णिमा, जाह्नवी, पूर्वी, राधिका, तामेश्वरी, नितेश देवांगन को “देवांगन रत्न” सम्मान
सम्मानित जनप्रतिनिधि:
- श्रीमती कंचन, प्रगति, सुनीता, मधु और श्री शांतनु देवांगन
विशेष अतिथियों एवं अध्यक्षों का सम्मान
जिलों के अध्यक्षों—संतोष, घनश्याम, पंचम, रोशन और यतेन्द्र देवांगन—का भी मंच पर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख योगदानकर्ताओं की भूमिका
छगन, रविशंकर, नारद, रामकुमार, डमरू, चैत राम जैसे अनेक समर्पित कार्यकर्ताओं ने आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
कार्यक्रम का कुशल संचालन जिला सचिव परस देवांगन ने किया। सम्मेलन ने युवाओं में उत्साह भरते हुए समाज को एक नई दिशा देने का संदेश दिया।