Cgnews: गरियाबंद में सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत 5 मई से लगेंगे समाधान शिविर

कलेक्टर बी.एस. उइके ने पत्रकारों को दी जानकारी | जिले में 31 समाधान शिविरों का होगा आयोजन | ग्रामीण क्षेत्रों में 25 और नगरीय क्षेत्रों में 6 शिविर
गरियाबंद(गंगा प्रकाश)। गरियाबंद जिले में आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान, जनकल्याणकारी योजनाओं की पहुंच और शासन-प्रशासन की पारदर्शिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ‘सुशासन तिहार 2025’ का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में 5 मई से जिले में समाधान शिविरों की शुरुआत की जा रही है। इस आशय की जानकारी कलेक्टर श्री बी.एस. उइके ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में कुल 31 समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इनमें से 25 शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में तथा 6 शिविर नगरीय निकायों में आयोजित होंगे। इन शिविरों के माध्यम से शासन की योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुँचाने और उनकी समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करने की पहल की जाएगी।

जनभागीदारी से सुशासन की ओर
कलेक्टर श्री उइके ने बताया कि सुशासन तिहार का उद्देश्य शासन और जनता के बीच सीधे संवाद की स्थापना, योजनाओं की समीक्षा, शिकायतों का समाधान और विकास कार्यों की निगरानी है। उन्होंने जिले के पत्रकारों से समाधान शिविरों के प्रचार-प्रसार में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक नागरिक इन शिविरों से लाभान्वित हो सकें, यही इस अभियान का मूल उद्देश्य है।
उन्होंने बताया कि सुशासन तिहार का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है:
पहला चरण (8 से 11 अप्रैल 2025):
इस चरण में हाट बाजारों, समाधान पेटी और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से नागरिकों से आवेदन लिए गए। जिले में इस दौरान 1,44,988 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 93,311 आवेदनों का समाधान हो चुका है। शेष आवेदनों पर तेजी से कार्य किया जा रहा है।
दूसरा चरण:
इसमें प्राप्त आवेदनों को स्कैन कर सॉफ्टवेयर में अपलोड किया गया और संबंधित विभागों व अधिकारियों को भेजा गया। हर आवेदन की गुणवत्ता और समाधान की प्रामाणिकता की समीक्षा जिला और राज्य स्तर पर की जा रही है।
तीसरा चरण (5 से 30 मई 2025):
इस अंतिम चरण के तहत ग्राम पंचायतों के 8 से 15 के समूह में समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे। साथ ही नगरीय क्षेत्रों में भी शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में संबंधित विभागों के अधिकारी आवेदकों को उनकी समस्याओं के निराकरण की स्थिति से अवगत कराएंगे। जिन समस्याओं का समाधान शिविर स्थल पर ही संभव होगा, उन्हें मौके पर ही हल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री व वरिष्ठ अधिकारियों की सहभागिता
इस चरण के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्रीगण, मंत्रीगण, मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारी जिले के विभिन्न समाधान शिविरों में शामिल होंगे। वे जनता से सीधा संवाद करेंगे, योजनाओं की जमीनी स्थिति का जायजा लेंगे तथा समीक्षा बैठक के माध्यम से जिले के विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी लेंगे।
मुख्यमंत्री अपने प्रवास के दौरान प्रेस वार्ता को संबोधित करेंगे तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों व नागरिक प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे।
जनहितकारी योजनाओं की जानकारी व आवेदन भी मिलेंगे
समाधान शिविरों में आम जनता को विभिन्न विभागों की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। साथ ही हितग्राहीमूलक योजनाओं के आवेदन पत्र और प्रपत्र भी उपलब्ध कराए जाएंगे। ब्लॉक एवं अनुभाग स्तर के सभी अधिकारी इन शिविरों में उपस्थित रहेंगे, जबकि जिला स्तर से भी अधिकारियों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है।