
अशोक अग्रवाल
दुर्ग(गंगा प्रकाश)। रायपुर नाका स्थित रेल्वे अंडरब्रिज के उद्घाटन में विलंब से नाराज वार्डवासियों द्वारा गुरुवार को रेल्वे अंडरब्रिज खोलने के प्रयास के दौरान जमकर हंगामा मचा। जिन्हें नियंत्रित करने पुलिस द्वारा पहले समझाइश दी गई, फिर नही मानने पर पुलिस को वार्डवासियों पर हल्का बल का प्रयोग करना पड़ा। पुलिस के लाठीचार्ज में 4-5 लोगों को चोटे आने की भी खबर है। प्रदर्शन के बाद आंदोलन के अगुवा वार्ड क्रमांक-21 के पार्षद व जिला योजना समिति के सदस्य अरुण सिंह और हिन्दू युवा मंच के संयोजक गोविंराज नायडू के नेतृत्व में करीब 20 से अधिक कार्यकर्ताओं व वार्डवासी ने गिरफ्तारी देकर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ विरोध दर्ज करवाया। आंदोलन के नेतृत्वकर्ता पार्षद अरुण सिंह ने रायपुर नाका रेल्वे अंडरब्रिज को 15 सितंबर तक शुरु करने जिला प्रशासन और रेल्वे प्रबंधन को अल्टीमेटम दिया था। गुरुवार को अल्टीमेटम की मियांद खत्म होने पर पार्षद अरुण सिंह और हिन्दू युवा मंच के संयोजक गोविंद राज नायडू के नेतृत्व में वार्डवासी व कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में गाजे-बाजे के साथ रायपुर नाका अंडरब्रिज खोलने की मांग को लेकर मौके पर पहुंचे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगो को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए अंडरब्रिज खोलने के लिए कूच किया,लेकिन किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने मौके पर पहले से तैनात पुलिस बल द्वारा प्रदर्शनकारियों को रोका गया। जिससे नाराज प्रदर्शनकारियों ने हंगामा मचाया। इस बीच प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। जिसके बाद भी प्रदर्शनकारी अंडरब्रिज खोलने की मांग को लेकर अड़े रहे। जिन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। वार्डवासियों के प्रदर्शन के मद्देनजर जिला पुलिस के अलावा आरपीएफ, जीआरपी और प्रशासन के अधिकारी अलर्ट रहे।
जनता चाहती है अंडरब्रिज में शुरु हो आवागमन-पार्षद अरुण
वार्ड क्रमांक-21 के पार्षद अरुण सिंह का कहना था कि 4 साल से बन रहे अंडर ब्रिज का निर्माण 6 माह पहले पूर्ण हो चुका है,लेकिन अभी तक इसका उद्घाटन नहीं हो पाया है। जिसके चलते वार्डवासियों को ओवरब्रिज का सहारा लेना पड़ता है,जोकि डेढ़ से 2 किलोमीटर लंबा रास्ता है। जिससे लोगों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। वार्डवासी अंडरब्रिज का उद्घाटन करना चाह रहे थे,लेकिन पुलिस और जिला प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। वार्ड पार्षद अरुण सिंह ने पहले ही 15 सितंबर को अंडरब्रिज खोलने का अल्टीमेटम दे दिया था। उन्होने कहा था कि 15 सितंबर से पहले अंडरब्रिज को खोल दिया जाए,नहीं तो वार्डवासियों और जनता द्वारा इसे सभी के लिए खोला जाएगा, लेकिन इस अल्टीमेटम को प्रशासन ने गंभीरता पूर्वक नहीं लिया। जिसकी वजह से प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ा।
कार्य पूर्ण हुए बगैर अंडरब्रिज खोला जाना हो सकता है खतरनाक- विधायक वोरा
मालूम हो कि शहर विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल ने बुधवार को ही रायपुर नाका रेलवे अंडरब्रिज का निरीक्षण करने के पश्चात कहा था कि अंडरब्रिज शुरु करने में 15 दिन का और समय लगेगा,क्योंकि अंडरब्रिज में अभी कुछ काम बाकी है। काम बाकी रहते हुए इसे खोला जाना खतरनाक साबित हो सकता है। काम पूर्ण होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों इसका उद्घाटन किया जाएगा।
राजनीति के चलते स्थानीय लोग लाभ से वंचित-सांसद बघेल
सांसद विजय बघेल भी इस अंडरब्रिज के जल्द खुलने के पक्षधर है। उन्होने कहा था कि अंडरब्रिज लगभग बनकर तैयार हो गया है। इसे शुरु नहीं किया जा रहा है। तुष्टीकरण की राजनीति के चलते इसका लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है। 20 दिन पहले सांसद ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 15 सितंबर तक अंडरब्रिज को खोलने के लिए डेडलाईन दी थी