Cg crime news: खुड़खुड़िया जुए का काला खेल — रात के सन्नाटे में लग रहा था हार-जीत का बाजार, देवभोग पुलिस की दबिश में दो आरोपी धराए, नगद रूपए और जुआ सामग्री जब्त

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। जिले में लंबे समय से सक्रिय जुआ-सट्टे के नेटवर्क पर अब पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गरियाबंद जिले के देवभोग थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी कार्यवाही करते हुए दो जुआरियों को रंगेहाथ पकड़ा है, जो रात के अंधेरे में ‘खुड़खुड़िया’ नामक जुआ खेलाकर अवैध रूप से धन कमा रहे थे। इस कार्यवाही में पुलिस ने कुल ₹3,990 नगद और जुआ खेलने का साजो-सामान जब्त किया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गरियाबंद के निर्देश पर यह अभियान चलाया गया, जिसमें अवैध गतिविधियों—जैसे कि शराब तस्करी, गांजा बिक्री, सट्टा और जुआ—पर रोक लगाने के लिए सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए थे। निर्देशों का पालन करते हुए देवभोग थाना प्रभारी ने अपने क्षेत्र में पेट्रोलिंग और खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया था।
मुखबिर की सूचना पर टूटी जुए की महफिल
दिनांक 19 मई 2025 की रात को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम धुंगियामुड़ा निवासी देवीसिंह सोरी और लक्ष्मीदास नेताम दो अलग-अलग स्थानों पर ‘खुड़खुड़िया’ नामक जुआ खेला रहे हैं। एक स्थल था ग्राम मुरलीगुड़ा डोंगरीपारा का रंगमंच, और दूसरा ग्राम धुंगियामुड़ा के रंगमंच के पास।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी देवभोग ने एक विशेष टीम गठित की और तत्काल दबिश की योजना बनाई। पुलिस टीम गवाहों और स्टाफ के साथ दोनों स्थानों पर एक साथ पहुँची और घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
पकड़े गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई:
- देवीसिंह सोरी, पिता मतवार सोरी, उम्र 50 वर्ष, निवासी ग्राम धुंगियामुड़ा
- लक्ष्मीदास नेताम, पिता धनसिंह नेताम, उम्र 45 वर्ष, निवासी ग्राम धुंगियामुड़ा
दोनों के कब्जे से संयुक्त रूप से कुल ₹3,990 नगद और खुड़खुड़िया जुआ का साजो-सामान बरामद किया गया।
क्या होता है ‘खुड़खुड़िया’?
खुड़खुड़िया एक पारंपरिक जुआ खेल है, जिसमें विशेष प्रकार की टिक-टिक या आवाज करने वाली सामग्री का उपयोग होता है। इसमें एकत्र लोगों को हार-जीत के लिए दांव लगवाया जाता है। यह खेल गांवों में प्रचलित है और अक्सर रात के समय खेला जाता है ताकि पुलिस और ग्रामीणों की नजरों से बचा जा सके।
कानूनी शिकंजा – बिना लाइसेंस, सीधा जुर्म
जब पुलिस ने आरोपियों से जुआ खेलने संबंधी वैध कागजात या लाइसेंस की मांग की, तो वे कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। जिससे स्पष्ट हुआ कि वे पूरी तरह से अवैध रूप से इस खेल का संचालन कर रहे थे। इसके आधार पर उनके खिलाफ जुआ अधिनियम की धारा 6(क) के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया।
पुलिस की चेतावनी – अब कोई नहीं बचेगा
थाना देवभोग पुलिस ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। थाना प्रभारी ने बताया कि जुए के अड्डों पर नजर रखने के लिए विशेष टीम गठित की गई है जो नियमित पेट्रोलिंग और खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करती रहेगी।
ग्रामीणों में मिला-जुला असर
इस कार्रवाई के बाद ग्राम मुरलीगुड़ा और धुंगियामुड़ा में लोगों में मिला-जुला असर देखने को मिला। कुछ ग्रामीणों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की, जबकि कुछ ने इसे “रात के समय की दहशत” बताया। हालांकि, सामाजिक रूप से यह संदेश जरूर गया कि अब कानून की नजर से कोई भी बच नहीं सकता।
निष्कर्ष
देवभोग पुलिस की यह त्वरित और सटीक कार्रवाई बताती है कि गरियाबंद जिले में अब अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने की शुरुआत हो चुकी है। आने वाले दिनों में और भी कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई की संभावना है। यदि आमजन सहयोग करें, तो समाज को इस प्रकार की कुरीतियों से मुक्त किया जा सकता है।