CG NEWS: “जरगांव में गूंजा हरियाली का संकल्प: वृक्षारोपण कार्यक्रम में उमड़ा जनसैलाब, सरपंच बोले – ‘प्रकृति नहीं बचेगी तो प्रगति व्यर्थ होगी'”

विश्व पर्यावरण दिवस पर ग्राम पंचायत जरगांव बना पर्यावरण जागरूकता का केंद्र

छुरा (गंगा प्रकाश)। जरगांव में गूंजा हरियाली का संकल्प : जहां एक ओर आधुनिकता की दौड़ में इंसान प्रकृति से दूर होता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर गरियाबंद जिले की ग्राम पंचायत जरगांव ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक अनुकरणीय मिसाल पेश की। ग्रामवासियों ने सामूहिक रूप से वृक्षारोपण कर न केवल प्रकृति से अपने रिश्ते को फिर से जीवंत किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को एक हरित भविष्य देने का संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पंचायत भवन परिसर में वृक्षारोपण से हुआ, जहां ग्राम पंचायत जरगांव के सरपंच रूपऊराम ध्रुव ने पौधा लगाकर इस मुहिम का आरंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा,
“आज का दिन केवल पौधा लगाने का नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारे दृष्टिकोण को बदलने का दिन है। अगर हम आज नहीं जागे, तो कल बहुत देर हो जाएगी।”
सरपंच श्री ध्रुव ने युवाओं, किसानों, महिलाओं और बच्चों से अपील की कि वे केवल कार्यक्रमों तक सीमित न रहें, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जरगांव को हरियाली का मॉडल ग्राम बनाना है, और यह तभी संभव होगा जब हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे।
उपसरपंच टिकेंद्र कुमार साहू ने पंचगणों के साथ मिलकर विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण किया और गांव के विकास की आधारशिला को ‘हरियाली’ बताया। उन्होंने कहा:
“विकास की असली पहचान ऊँची इमारतें नहीं, बल्कि स्वच्छ हवा, शुद्ध जल और हरी-भरी धरती है।”
कार्यक्रम में उपस्थित नरेंद्र कुमार साहू ने भावनात्मक अपील करते हुए कहा,
“हमने अपने जीवन में कई त्यौहार मनाए हैं, लेकिन पर्यावरण दिवस वह पर्व है जो हमें ज़िंदगी की असल कीमत सिखाता है। आइए आज के दिन संकल्प लें – जल बचाएं, वृक्ष लगाएं, ऊर्जा की बचत करें और प्लास्टिक से तौबा करें।”
वार्ड पंचगणों का उत्साह बना मिसाल
जरगांव के 13 वार्डों से आए सभी पंचगणों ने इस अवसर को एक जन-आंदोलन का रूप दे दिया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शामिल रहे:
- हीरासिंग ध्रुव (वार्ड 01),सोनिका टाण्डे (वार्ड 02),निर्मला ध्रुव (वार्ड 03),पायल बाई (वार्ड 04),मीरा ध्रुव (वार्ड 05),फुलकुंवर कमार (वार्ड 06),घासीन बाई (वार्ड 07),भरत विश्वकर्मा (वार्ड 08),हरीराम साहू (वार्ड 09),दौलत राम ध्रुव (वार्ड 10),परमिला बाई कमार (वार्ड 11),सीताबाई ध्रुव (वार्ड 13),छन्नु ठाकुर (वार्ड 14)
इन सभी ने पौधारोपण करते हुए ग्रामीणों को जागरूक किया और जिम्मेदारीपूर्वक कहा कि लगाए गए हर पौधे की देखभाल व्यक्तिगत रूप से की जाएगी। कुछ पंचों ने तो अपने वार्डवासियों के साथ यह तय कर लिया कि प्रत्येक घर एक पेड़ लगाएगा और उसे अपने परिवार के सदस्य की तरह पालेगा।
सचिव से लेकर छात्र तक जुड़े अभियान से
ग्राम पंचायत के सचिव धनेश साहू ने इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने आयोजन की रूपरेखा तैयार करने, पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और स्व-सहायता समूहों को जोड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों, महिला समूहों, किसान प्रतिनिधियों और युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया।
पर्यावरण बचाओ, भविष्य सजाओ: जरगांव का नारा
पूरे गांव में यह नारा गूंजता रहा —
“पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ! प्रकृति से प्यार करो, विकास को साकार करो!”
यह कार्यक्रम केवल एक रस्मी आयोजन नहीं था, बल्कि एक आंदोलन की शुरुआत थी। आयोजन के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने एक स्वर में यह शपथ ली:
“हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे, पेड़ लगाकर उसे बड़ा करेंगे, जल-संरक्षण करेंगे और अपने गांव को स्वच्छ, सुंदर और हरित बनाएंगे।”
आखिर में…
जरगांव ने इस बार विश्व पर्यावरण दिवस को महज एक दिन का कार्यक्रम नहीं रहने दिया, बल्कि यह संदेश दिया कि ‘हर दिन पर्यावरण दिवस होना चाहिए’। यह आयोजन न सिर्फ़ प्रेरणास्पद था, बल्कि यह बताता है कि छोटे गांव भी बड़े बदलाव की शुरुआत कर सकते हैं।