Brekings: उरमाल में भीषण सड़क हादसा: दो बाइक की आमने-सामने टक्कर से मचा कोहराम, चार लोग घायल, एक की हालत बेहद गंभीर

देवभोग/गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। उरमाल में भीषण सड़क हादसा गरियाबंद जिले के देवभोग थाना क्षेत्र अंतर्गत उरमाल गांव में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव और आसपास के क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। सरगीगुड़ा मार्ग पर नहर के पास दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों बाइक सवार कई फीट दूर जाकर गिरे और चार लोग बुरी तरह घायल हो गए। इनमें से एक युवक की हालत नाजुक बनी हुई है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद तत्काल रेफर कर दिया गया है।

हादसे के बाद खून से लथपथ सड़क और चीख-पुकार से दहला इलाका
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह हादसा करीब शाम के आसपास हुआ। सड़क पर तेज गति से आ रही दो बाइकें एक-दूसरे से आमने-सामने टकरा गईं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि हेलमेट न पहनने वाले सवार सिर के बल जमीन से टकराए और सड़क खून से लाल हो गई। टक्कर के बाद आसपास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े। कुछ ही मिनटों में वहां चीख-पुकार और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
युवक के सिर में गंभीर चोट, हालत नाजुक
हादसे में सबसे गंभीर रूप से घायल युवक के सिर के पिछले हिस्से में गहरी चोट आई है। नहर के किनारे गिरने के बाद उसके सिर से लगातार खून बहता रहा। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने जब उसे उठाया तो वह अचेत था। उपस्वास्थ्य केंद्र उरमाल में मौजूद डॉक्टरों ने बताया कि युवक को सिर में गंभीर ब्लंट इंजरी है, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव हुआ। उसकी हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत रेफर किया गया। परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर रवाना हुए हैं।
75 वर्षीय वृद्ध महिला की टूटी हड्डी, कराहती रही ‘माई’
घायलों में एक 75 वर्षीय वृद्ध महिला भी शामिल हैं, जो हादसे के समय बाइक से सफर कर रही थीं। टक्कर के दौरान वे उछलकर नीचे गिर पड़ीं, जिससे उनके घुटने की चोंट लग गई। उन्हें अस्पताल लाते समय वे लगातार दर्द से कराहती रहीं। ‘बच ले बेटा… बहुत दुख होए हे…’ — उनकी यह बात सुनकर हर किसी की आंखें भर आईं। डॉक्टरों के अनुसार, उनका एक्स-रे कराया गया है और प्राथमिक इलाज के बाद आगे की सर्जरी की जरूरत हो सकती है।
रविशंकर कश्यप को होठ के नीचे गंभीर चोट
एक अन्य घायल युवक की पहचान रविशंकर कश्यप के रूप में हुई है, जिन्हें होठ के नीचे गंभीर जख्म आए हैं। टक्कर के समय उनका चेहरा बाइक के हैंडल या दूसरी वस्तु से टकराया, जिससे त्वचा कट गई और काफी खून बहा। उन्हें तत्काल मरहम-पट्टी दी गई है और फिलहाल वे स्थिर स्थिति में हैं। उनके चेहरे पर चोट गहरी है, और प्लास्टिक सर्जरी की आवश्यकता भी पड़ सकती है।
चौथे युवक को भी सिर और हाथ में चोट
हादसे में घायल चौथे व्यक्ति को सिर और दाहिने हाथ में चोटें आई हैं। हालांकि उसकी हालत फिलहाल स्थिर है, परंतु उसे निगरानी में रखा गया है। डॉक्टरों ने बताया कि अगर समय रहते उपचार नहीं मिलता, तो हालत बिगड़ सकती थी।
स्थानीय लोगों की सजगता से बचीं जानें, पुलिस ने निभाई सक्रिय भूमिका
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीणों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। कुछ लोगों ने अपने निजी वाहन से घायलों को उपस्वास्थ्य केंद्र उरमाल पहुंचाया। वहीं, कुछ ने 108 एंबुलेंस को कॉल किया। पुलिस को भी सूचना दी गई, जिसके बाद देवभोग थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को संभाला। पुलिस ने दोनों बाइकों को जब्त कर लिया है और दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
सड़क पर सुरक्षा इंतजाम न होने पर ग्रामीणों में आक्रोश
यह हादसा जिस स्थान पर हुआ, वहां न तो कोई स्पीड ब्रेकर है, न ही चेतावनी संकेतक। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि नहर के पास के इस मोड़ पर सुरक्षा संकेतक, स्पीड ब्रेकर और गति नियंत्रण बोर्ड लगाए जाएं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द व्यवस्था नहीं की गई, तो वे सड़क पर प्रदर्शन करेंगे।
डॉक्टरों की तत्परता से बचे कई जीवन
उपस्वास्थ्य केंद्र उरमाल के डॉक्टरों ने तत्परता से इलाज कर जानें बचाईं। डॉक्टर का कहना है, “सभी घायलों को समय पर इलाज मिला, खासकर जिनकी हालत गंभीर थी, उन्हें जल्दी रेफर करना जरूरी था। हमारी टीम ने प्राथमिक उपचार के लिए सारी व्यवस्था पहले से कर रखी थी, इसलिए बड़ा अनहोनी टल गई।”
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि सड़क सुरक्षा को लेकर हम कितने लापरवाह हैं। तेज रफ्तार, हेलमेट की अनदेखी, सड़क पर सावधानी के अभाव और बुनियादी सुरक्षा इंतजामों की कमी ऐसे हादसों की वजह बनते हैं। समय आ गया है जब प्रशासन, आमजन और वाहन चालकों को मिलकर इस दिशा में गंभीरता से सोचना होगा — वरना अगला हादसा किसके दरवाजे पर दस्तक देगा, यह कोई नहीं जानता।