CRIME MEWS: “पेंशन के नाम पर पैंसा हड़पने वाले बाबू गिरफ्तार: गरियाबंद पुलिस ने दो शासकीय कर्मचारियों को पकड़ा, 4.80 लाख की ठगी का पर्दाफाश”

पेंशन के नाम पर ठगी

CRIME MEWS: “पेंशन के नाम पर पैंसा हड़पने वाले बाबू गिरफ्तार: गरियाबंद पुलिस ने दो शासकीय कर्मचारियों को पकड़ा, 4.80 लाख की ठगी का पर्दाफाश”

 

गरियाबंद(गंगा प्रकाश)। पेंशन के नाम पर पैंसा हड़पने वाले बाबू गिरफ्तार: गरियाबंद जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहाँ पेंशन आहरण के नाम पर दो शासकीय कर्मचारियों ने दो अलग-अलग महिलाओं से कुल 4 लाख 80 हजार रुपये की ठगी कर ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए गरियाबंद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे प्रकरण ने सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार और पीड़ित परिवारों की असहायता को एक बार फिर उजागर कर दिया है।

पेंशन के नाम पर ठगी

■ शिकायत के बाद खुला गोरखधंधा

आज दिनांक 20 जून 2025 को थाना फिंगेश्वर पहुंची ग्राम पतोरा निवासी विशाखा बाई ने लिखित शिकायत दर्ज कराई कि उसके पति स्व. गेसनारायण दीवान, जो कि एक शासकीय शिक्षक थे, उनका निधन वर्ष 2021 में हो गया था। पति की मृत्यु के पश्चात पेंशन प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए वह फिंगेश्वर बी.ओ. कार्यालय गई, जहाँ उसकी मुलाकात वहां पदस्थ बड़े बाबू मोहम्मद मजहर खान से हुई।

आवेदिका के अनुसार, मजहर खान ने पेंशन प्रक्रिया आगे बढ़ाने के नाम पर उससे कहा कि “पैसा लगेगा, तब ही काम होगा।” इसी बहाने उसने खोरबाहरा राम ध्रुव नामक व्यक्ति के साथ मिलकर विशाखा बाई से धोखाधड़ी की योजना बनाई। आरोपियों ने उसे झाँसा देकर चेकबुक में हस्ताक्षर करवा लिए और फिर ₹2,80,000 की राशि निकाल ली।

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■ दूसरा मामला अकलवारा की महिला के साथ

इसी प्रकार एक अन्य पीड़िता, ग्राम अकलवारा थाना छुरा की निवासी, ने भी पुलिस को शिकायत दी कि वह भी अपने पति की मृत्यु उपरांत पेंशन प्रकरण के लिए फिंगेश्वर कार्यालय पहुँची थी। वहाँ पर मजहर खान ने उससे भी पैसे की माँग की। बाद में वह और खोरबाहरा राम ध्रुव खुद पीड़िता के घर गए और ₹2,00,000 नकद यह कहकर ले लिए कि पेंशन जल्द शुरू करवा देंगे।

काफी समय बीत जाने के बाद भी जब न तो पेंशन शुरू हुई और न ही पैसे वापस मिले, तब पीड़िताओं ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया। जांच के दौरान दोनों ही मामलों में आरोपियों का कृत्य गंभीर अपराध की श्रेणी में पाया गया।

■ पुलिस ने किया त्वरित एक्शन, दोनों आरोपी गिरफ्तार

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के दिशा-निर्देश पर थाना प्रभारी फिंगेश्वर द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों मोहम्मद मजहर खान और खोरबाहरा राम ध्रुव को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 381(4), 61(2) एवं 3(5) के अंतर्गत मामला दर्ज कर न्यायिक प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।

पेंशन के नाम पर ठगी

■ गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?

  1. मोहम्मद मजहर बेग, पिता – मो. सरवर बेग,उम्र – 37 वर्ष निवासी – वार्ड क्रमांक 07, गोबरा नवापारा, जिला रायपुर।, पद – फिंगेश्वर बी.ओ. कार्यालय में बाबू
  2. खोरबाहरा राम ध्रुव,पिता – स्व. लीलाराम ध्रुव,उम्र – 49 वर्ष,निवासी – फिंगेश्वरी, थाना छुरा, जिला गरियाबंद।पद – शासकीय हाई स्कूल बोरिद में लिपिक

■ जनता में आक्रोश, पीड़ित महिलाओं की पीड़ा

इस पूरे प्रकरण से यह स्पष्ट होता है कि कैसे कुछ भ्रष्ट शासकीय कर्मचारी अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर असहाय और आर्थिक रूप से कमजोर विधवाओं को निशाना बनाते हैं। दोनों ही महिलाएँ अपने पति की मृत्यु के बाद मानसिक और आर्थिक संकट से जूझ रही थीं, लेकिन इन तथाकथित बाबुओं ने उनके भरोसे और विवशता का फायदा उठाया।

पीड़ित महिलाओं ने अब प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें शीघ्र न्याय मिले और उनकी पेंशन की प्रक्रिया बिना किसी अड़चन के आगे बढ़ाई जाए।

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■ सवालों के घेरे में सरकारी तंत्र

इस मामले ने न सिर्फ फिंगेश्वर बी.ओ. कार्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि पूरे पेंशन प्रकरण की पारदर्शिता और निगरानी व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। अगर समय पर कार्रवाई नहीं होती, तो यह भ्रष्टाचार का सिलसिला और भी लंबा चलता।

अब देखना होगा कि प्रशासन इस प्रकरण से सबक लेकर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है। फिलहाल गरियाबंद पुलिस की तत्परता और कार्रवाई की सराहना की जा रही है, लेकिन यह केवल शुरुआत है।

यह मामला न केवल दो बाबुओं की गिरफ़्तारी की खबर है, बल्कि यह एक चेतावनी भी है कि अगर किसी गरीब और पीड़ित की विवशता का फायदा उठाकर कोई भी सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार करेगा, तो उसे सज़ा अवश्य मिलेगी। गरियाबंद पुलिस की इस कार्रवाई ने जिले के ईमानदार तंत्र को मजबूत करने का संदेश दिया है।

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