कोलकाता लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ हुए बलात्कार के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि बलात्कार को अंजाम देने के बाद आरोपी इतने बेखौफ थे कि उन्होंने कॉलेज के अंदर गार्ड रूम में बैठकर ही घंटों शराब पी। पुलिस के मुताबिक कॉलेज परिसर में शराब पीने के बाद वह तीनों ईएम बायपास पर स्थित एक ढाबे पर खाना खाने गए उसके बाद फिर अपने-अपने घर गए।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी वहीं बैठे रहे। इतना ही नहीं उन्होंने सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को घटना के बारे में अपना मुंह बंद रखने को भी कहा।” जांच में पता चला की घटना के अगले दिन मोनोजीत कोलकात के देशप्रिय पार्क में एक ‘प्रभावशाली’ व्यक्ति से मिलने गया, जिसने पहले भी ऐसे मामलों में उसकी मदद की थी। हालांकि इस बार मामला ज्यादा बाहर आ जाने की वजह से उसने पीछे हटना ही बेहतर समझा।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, “देशप्रिय पार्क में अपने बचाव को न जुटा पाने के बाद मोनोजीत शहर में अपने कई और पहचानने वालों के पास गया। इनमें मुख्य रूप से राशबिहारी, देशप्रिय पार्क, गरियाहाट, फर्न रोड और बल्लीगंज स्टेशन रोड गया। इसके अलावा उसके मोबाइल डाटा से भी इस बात की जानकारी मिली है कि ह करया पुलिस स्टेशन के पास भी किसी से मिलने के लिए गया था। हालांकि किसी ने भी मोनोजीत की मदद करने से इनकार कर दिया।”
पुलिस जांच के मुताबिक यह पहली बार नहीं है जब मोनोजीत पर इस तरह के आरोप लगाए गए हैं। उसके खिलाफ कम से कम 11 आपराधिक मामले लंबित हैं, जिनमें चार से ज्यादा मामले छेड़छाड़ से संबंधित है। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी काफी पहले से इस अपराध को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। 25 जून से पहले इन तीनों के बीच में काफी बातचीत हुई थी।