दल्ली में सीएम की घोषणा- राज्य में एक नवम्बर से होगी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी,दी कई सौगात

दल्लीराजहरा में 100 बिस्तर अस्पताल का निर्माण

अम्बेडकर लाईब्रेरी के लिए 30 लाख रूपए दी की मंजूरी

दल्लीराजहरा में विभिन्न समाज एवं संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात

रायपुर(गंगा प्रकाश):– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दल्लीराजहरा में विभिन्न समाज के प्रमुखों एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान राज्य में एक नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू किए जाने की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने दल्लीराजहरा में 100 बिस्तर अस्पताल के निर्माण तथा अम्बेडकर लाईब्रेरी के लिए 30 लाख रूपए की स्वीकृति भी दी। राज्य में समर्थन मूल्य में धान खरीदी और छत्तीसगढ़ सरकार की न्याय योजना की प्रशंसा करते हुए किसान संघ के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि आपकी किसान हितैषी नीतियों के चलते राज्य में खेती-किसानी और किसान समृद्ध हो रहे है।मुख्यमंत्री ने इस मौके पर विभिन्न समाज एवं संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर सामाजिक गतिविधियों एवं उनकी समस्या के संबंध में विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों की बेहतरी के लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने सभी समाज के लोगों को शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ समाज के जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने में सक्रिय भागीदारी निभाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि सभी समाज एवं वर्ग के लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिले और वह सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो, यह हमारी प्राथमिकता है।

मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान साहू समाज ने दल्ली राजहरा में मेडिकल कॉलेज और ओबीसी छात्रावास निर्माण की मांग की। मसीही समाज द्वारा सामुदायिक भवन के लिए राशि दिए जाने के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि का आबंटन करा लें, भवन निर्माण के लिए शासन की ओर से राशि दी जाएगी। कमार जाति के लोगों ने स्थायी जाति प्रमाण पत्र मिलने की दिक्कत बताई और वनाधिकार पट्टे की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सब समस्या हल करेंगे। हल्बा समाज के प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री द्वारा समाज के हित में किए जा रहे कार्याें के लिए उनका आभार जताया और सामाजिक अधिवेशन में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया। गेंद सिंह मेमोरियल में अतिरिक्त कक्ष की मांग पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने आंध्रा समिति के लोगों की मांग पर भवन के जीर्णाेद्धार के लिए भी राशि स्वीकृत की। सतनामी समाज के भवन विस्तार के लिए 10 लाख रुपये स्वीकृति दी गई।

मुख्यमंत्री ने सिख समाज के मांग पर स्कूल में 5 अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराए जाने के साथ ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना के लिए प्रक्रिया शुरू कराए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बंग समाज की मांग पर सामाजिक भवन के जीर्णाेंद्धार के लिए राशि स्वीकृत किए जाने तथा जमात खाना, कलार समाज तथा सेन समाज के भवन निर्माण के लिए 10-10 लाख रूपए दिए जाने की स्वीकृति दी। मरार समाज की मांग पर शाकम्बरी बोर्ड में एक महिला सदस्य को शामिल किए जाने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने रैदास समाज के भवन विस्तार के लिए आवश्यक मदद तथा कुम्हार समाज को इलेक्ट्रिक चाक दिए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने जब ज्योति को कहा-3 लाख रुपये में हो जाएगा फिर कर दी 4 लाख रुपए देने की घोषणा

मुख्यमंत्री ने ज्योति के सपनों को दी उड़ान,21 साल की ज्योति चक्रधारी कभी सपने में नहीं सोची थी कि आज भेंट मुलाकात कार्यक्रम में उनके सपने आसानी से पूरे हो जाएंगे। जिन सपनों को बुनते-बुनते वह बड़ी हुई, उन सपनों को पूरा करने में कई बाधाएं भी खड़ी हुई। फिर भी पढ़ने में तेज और खेलने में चपल खिलाड़ी ज्योति ने उम्मीद और विश्वास के साथ आज बालोद के कुसुमकसा में आने का फैसला किया।मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जब उन्होंने बोलने का साहस किया तो अपनी समस्याओं को बताते हुए भावुक हो गई। मुख्यमंत्री को बता रही थी की किस तरह आर्थिक तंगी से जूझते हुए उन्होंने कराटे में राष्ट्रीय और घरेलू स्पर्धाओं में गोल्ड और सिल्वर जीते हैं। कराटे की खिलाड़ी ज्योति चक्रधारी बीएससी की पढ़ाई कर चुकी है और आगे एमएससी करना चाहती हैं लेकिन हमेशा की तरह पैसे आड़े आ जाती है। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के मंच को चुना।उन्होंने मुख्यमंत्री के संवेदनशीलता की कहानियां सुनी थी लेकिन आज देख भी ली। मुख्यमंत्री ने उनकी कहानी सुनते ही कहा कि 3 लाख रुपये में हो जाएगा, फिर 1 लाख रुपये और देते हुए 4 लाख रुपये देने की घोषणा कर दी। ज्योति के आंखों में सपने तैरने लगे और हौसले उड़ान भरने लगे। ज्योति ने बताया कि उनके पिता कुम्हार का काम करते हैं और घर में माता और भाई है। जमीन के नाम पर कुछ नहीं है। इतने बड़े सपनों को पूरा करना आसान नहीं था, लेकिन मुख्यमंत्री ने तत्परता से इन सपनों को ना केवल पूरा किया बल्कि ज्योति के हौसलों को एक नई उड़ान और ऊंचाई दी। ज्योति ने भावुक मन से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया।

भेंट मुलाकात कार्यक्रम: समृद्धि संवेदना और समाधान के लिए खुला मंच

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेशव्यापी भेंट मुलाकात कार्यक्रम में विधानसभा के ग्रामीण और वनांचलों में पहुंचकर अपनी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे हैं। साथ ही जानकारी भी ले रहे हैं या यूं कहें फीडबैक वे स्वयं ले रहे हैं। भेंट मुलाकात कार्यक्रम एक खुला मंच है जिसमें संवेदना की बयार बहती है, वही समस्याओं के समाधान के लिए पहल भी निकल कर आता है ।साथ ही समृद्धि के दृश्य और सफलता की कहानियां का अनूठा संग्रह भी इस भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दृश्यमान होता है। बालोद जिले के डौंडी ब्लाक में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कुसुमकासा में लोगों से आत्मीय बातचीत की। इस दौरान संवेदना की बयार भी प्रवाहित हुई। जब एक 70 वर्षीय बुजुर्ग जिसकी बेटियों की शादी हो गई है और अकेले रहती है, रोकर अपनई कहानी सुनाई, जिस पर मुख्यमंत्री ने 1 लाख रुपये की सहायता तत्काल दे दी। मुख्यमंत्री ऐसे मुद्दों को संवेदनशीलता के साथ समाधान करते हैं। उसके पश्चात् उस बुजुर्ग महिला की आंखों में आंसू के बजाय खुशी झलक रही थी। इसी तरह एक युवा महिला खिलाड़ी को खेल में आगे बढ़ने के लिए पैसों की दरकार थी। जिसे मुख्यमंत्री ने 4 लाख रुपये की सहायता देकर उनकी उम्मीदों को उड़ान भरने दी और सपनों को पूरा करने के लिए अवसर दिया।इस मंच पर संवेदनाओं के साथ-साथ समृद्धि के दृश्य भी दिखे। यहां उपस्थित कई महिलाओं ने कहा कि शासन द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से उनके जीवन में आमूलचूल बदलाव आए हैं। उन्होंने बताया कि गोबर बेचकर कैसे स्कूटी खरीदी, किसी ने कहा कि इमली की चपाती बनाकर उन्होंने लाभ कमाया और अपने घर में पिकअप खरीद ली। कई किसान साथियों ने कहा कि किसान न्याय योजना से मिलने वाली राशि से उनके समृद्धि के द्वार खुले हैं। एक महिला ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहती हैं और आभार प्रकट करना चाहते हैं क्योंकि जो साइकिल चलाने की नहीं सोच पाती थी अब स्कूटी से महिला समूह द्वारा बनाए गए सामान की मार्केटिंग कर रही है।भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दोनों तरफ से संवाद होता है इससे समस्याओं के समाधान के लिए एक उचित मंच मिल जाता है, जिसका गवाह कार्यक्रम में मौजूद हजारों लोग होते हैं। किसी किसान ने फसल बीमा नहीं मिलने की जानकारी दी इस पर तत्काल जानकारी मंगाई गई और अधिकारियों को सही तथ्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। इस तरह भेंट मुलाकात में संवेदना व समृद्धि की झलक मिलती है वहीं समस्याओं के समाधान के लिए एक रास्ता भी खुलता है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम अनवरत जारी है और संवेदना, संवाद का सिलसिला भी जारी है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डौण्डीलोहारा विधानसभा के ग्राम कुसुमकसा में आमजनों से की भेंट-मुलाकात

कुसुमकसा में सर्व सुविधा युक्त आदिवासी भवन का निर्माण कराने, डौंडी में पृथक से एस.डी.एम. की पदस्थापना करने, ग्राम सिंघोला में उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए नये भवन का निर्माण, ग्राम नर्राटोला में नवीन कन्या हाईस्कूल खोलने तथा कुसुमकसा में स्वास्थ्य केन्द्र (20 सीटर) खोलने की घोषणा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान आज डौण्डीलोहारा विधानसभा के कुसुमकसा पहुंचे वहां उन्होंने आमजनता से भेंट-मुलाकात कर शासकीय योजनाओं की क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली। कुसुमकसा में आमजनों एवं जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर ग्राम कुसुमकसा में सर्व सुविधा युक्त आदिवासी भवन का निर्माण करवाने, डौंडी में पृथक से एस.डी.एम. की पदस्थापना करने, ग्राम चिखली, पटेली, कुआंगोंदी के हायर सेकेंडरी स्कूल में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराने और ग्राम उकारी और कारूटोला में नवीन पंचायत भवन का निर्माण कराने, ग्राम सिंघोला में उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए नये भवन का निर्माण के अलावा ग्राम नर्राटोला में नवीन कन्या हाईस्कूल खोलने, कुसुमकसा में स्वास्थ्य केन्द्र (20 सीटर) खोलने की घोषणा की।

श्री बघेल से कुसुमकसा निवासी 70 वर्षीय श्रीमती आश्रिता दयाल ने खराब आर्थिक स्थिति की जानकारी देते हुए मदद का निवेदन किया। इस पर मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए श्रीमती दयाल को एक लाख रूपए की सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान गोबर विक्रेता पोषण धनकर ने बताया कि 540 क्विंटल गोबर बेचाकर 1 लाख 8 हजार रूपए प्राप्त किए, जिससे उन्होंने 2 भैंस खरीदा। श्रीमती प्रेमबती देवांगन ने बताया कि वह बिहान समूह से जुड़कर मशरूम का उत्पादन कर रही है। सराईटोला गोठान में अच्छा काम चल रहा है। गोधन योजना के माध्यम से उन्हें आय का साधन मिला, इससे जो कमाई हुई, उससे स्कूटी खरीदी। श्रीमती देवांगन ने मुख्यमंत्री से ई-रिक्शा देने का आग्रह किया। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रावधान अनुसार ई-रिक्शा देने के निर्देश दिए।कुसुमकसा की लीला धनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से लाभान्वित होकर उनका बेटा कुपोषण से मुक्त हो गया है। आंगनबाड़ी में मिलने वाली पौष्टिक आहार से उनके बेटे के वजन 9 किलो ग्राम हो गया। 6 माह पहले वह गंभीर कुपोषित था। इस योजना के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। साथ ही सुश्री ज्योति चक्रधारी ने कहा कि कराटे के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल मिला है और अब वह अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता ओलंपिक हिस्सा लेकर पदक जीतना चाहती है। मुख्यमंत्री के प्रति कुसुमकसा निवासी श्रीमती अमायन नागवंशी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि-आप छत्तीसगढ़ की जनता की अभिभावक बनकर सेवा कर रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे राज्य की जनता की सेवा कर रहे हैं, यह उनका दायित्व है। भेंट-मुलाकात के दौरान ग्राम कुसुमकसा के बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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