गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। नगर के सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय परिसर में शनिवार, 6 सितंबर 2025 को श्री भूतेश्वर नाथ बाल संस्कार समिति के तत्वावधान में नगर एवं आसपास क्षेत्र के वरिष्ठ सेवा निवृत्त शिक्षकों का भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में नगर के शिक्षाविदों, विद्यार्थियों, अभिभावकों और विद्यालय परिवार की भावनात्मक उपस्थिति ने इसे ऐतिहासिक बना दिया।

गरिमा से भरा मंच, विद्वानों की उपस्थिति
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में नंदकुमार वर्मा (सेवानिवृत्त प्रधान पाठक गरियाबंद) और केसर कुमार निर्मलकर (सेवानिवृत्त प्रधान पाठक सढौली) मंच पर विराजमान रहे।
विशेष अतिथियों में शिक्षा क्षेत्र की कई दिग्गज हस्तियां शामिल हुईं — केशव राम साहू (सेवानिवृत्त प्रधान पाठक गरियाबंद),थनवार राम ठाकुर (सेवानिवृत्त प्रधान पाठक डूमर बाहरा),गंगासागर (सेवानिवृत्त प्राचार्य पांडुका),महेश्वर प्रसाद दुबे (सेवानिवृत्त प्रधान पाठक कोकड़ी),उदेराम ध्रुव (सेवानिवृत्त प्रधान पाठक केशोडार),कन्हैया लाल सोनवानी (सेवानिवृत्त प्रधान पाठक खट्टी),नोहर सिंह वर्मा (सेवानिवृत्त प्रधान पाठक सुहागपुर),राजेंद्र सिंह परिहार (सेवानिवृत्त शिक्षक गरियाबंद),चैन सिंह बघेल (प्राचार्य)
प्राचीन और आधुनिक शिक्षा पर विमर्श
मुख्य वक्ता ने अपने संबोधन में प्राचीन शिक्षा पद्धति और आधुनिक शिक्षा पद्धति के बीच के अंतर को विस्तार से रखा। उन्होंने कहा कि “गुरु के बिना ज्ञान अधूरा है, शिक्षा तभी सार्थक होती है जब वह संस्कारों के साथ जुड़ी हो।”
सम्मान, उपहार और सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम
समारोह में सभी अतिथियों का स्वागत श्रीफल और साल भेंट कर किया गया।वहीं, विकास पारख ने सभी शिक्षकों को डायरी प्रदान की।विद्यालय की भैया-बहनों ने अपने शिक्षकों को उपहार और स्वल्पाहार समर्पित कर आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में भैया-बहनों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया।
प्रेरक अनुभवों से हुआ माहौल भावुक
चिकित्सा महाविद्यालय में चयनित छात्र रमन ध्रुव और मौर्य कांत कृषाणु ने अपने जीवन अनुभव साझा कर अन्य विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
इस अवसर पर उनके अभिभावक सुरेश कुमार ध्रुव, कुसमायुद कांत मौर्य एवं श्रीमती टिकेश्वरी मौर्य ने बच्चों की सफलता के पीछे माता-पिता की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि “लक्ष्य प्राप्ति के लिए परिवार का सहयोग और दृढ़ निश्चय सबसे जरूरी है।”
आयोजन समिति की भूमिका सराहनीय
कार्यक्रम का संचालन प्रकाश निर्मलकर ने किया। आयोजन समिति में सत्य प्रकाश मानिकपुरी (व्यवस्थापक), श्रीमती वर्षा तिवारी, प्रकाश निर्मलकर और मनोज चंद्राकर की सक्रिय भूमिका रही।
समारोह को सफल बनाने में विद्यालय के समस्त आचार्य-दीदी एवं भैया-बहनों का योगदान सराहनीय रहा।