44 वां पड़ाव- धर्म संरक्षण की अलख जगाते झुरानदी पहुंचीं धर्मयात्रा,लिया गौ,भूमि,जल और पौध संरक्षण का संकल्प

खैरागढ़(गंगा प्रकाश)- सनातन धर्म जन जागरण व श्री रुक्खड़ स्वामी मंदिर निर्माण उद्देश्य के साथ धर्मयात्रा सतत जारी है। 44 वें पड़ाव में छुईखदान विकासखंड के ग्राम झुरानदी में यात्रा का अभूतपूर्व स्वागत हुआ। मुख्य चौंक से ग्राम तक धर्मयात्रियों को बाइक रैली के माध्यम से ले जाया गया।  श्री रुक्खड़ स्वामी मंदिर निर्माण के लिए ग्राम झुरानदी के रहवासियों ने अन्न व क्षमतानुसार धन राशि प्रदान किया। जिसके लिए समस्त ग्रामवासियों का आभार धर्मयात्रा की टीम ने जताया। पाठ आरंभ होने से पहले प्राचीन वृक्ष के समक्ष दीप प्रज्वलन कर पूजन किया गया। धर्म जनजागरण का अगला पड़ाव टिकरीपारा, छुईखदान में है। जिसमें अधिक से अधिक संख्या में सनातनियो से शामिल होने की अपील की गई है। कार्यक्रम संचालन श्री जगन्नाथ सेवा समिति के प्रमुख सदस्य शरद श्रीवास्तव ने किया। यात्रा में जगन्नाथ सेवा समिति के समस्त सदस्यगण शामिल रहे। आयोजन को सफल बनाने में जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि विजय वर्मा साहित बजरंग युवा मित्र मंडल के अध्यक्ष प्रभुराम वर्मा,उपाध्यक्ष योगेश कुमार वर्मा,जीतलाल वर्मा,नीलेश वर्मा,नेतराम वर्मा,पवन वर्मा,कमलेश्वर वर्मा,राहुल वर्मा,लोकेश वर्मा,राकेश वैष्णव,माणिक वर्मा,लोकेश वर्मा,कृष्णकांत वर्मा,मनीष वर्मा,डॉ तारेश वर्मा,विनय वर्मा,किशोर वर्मा,शकर वर्मा,जनक साहू,मानेस्वर चंदेल,जयराम साहू,सोहन वर्मा,भूषण वर्मा,भक्तराज सेन,दीपक यादव,आशीष वर्मा,यशवंत चंदेल,कोमल बसेन,कोमलचंद वर्मा,टाकेश्वर सिन्हा,भूनेश्वर वर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।सनातन की व्यवस्था धर्म और प्रकृति को आपस मे जोड़ती है-यात्रा के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए मुख्य पाठकर्ता भागवत शरण सिंह ने बताया कि गोपालपुर गणेश मंदिर से कवर्धा के भोरमदेव मंदिर तक यात्रा तीर्थाटन कॉरिडोर की मांग को लेकर आगे बढ़ी। 41 वें पड़ाव के बाद यात्रा का विस्तार करते हुए इसमें धार्मिक जन जागरण के उद्देश्य से आगे बढ़ रही है। भागवत शरण ने कहा कि पितृ पक्ष में पितृ मोक्ष की कामना के साथ झुरानदी में सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ आयोजित किया गया है। पितृ मोक्ष का रास्ता प्रकृति और जीव जंतुओं की सेवा से ही जाता है। कौवों को भोजन देने से लेकर नदी में तर्पण और पौधों का रोपण सनातन धर्म की वह व्यवस्था है। जो धर्म और प्रकृति को आपस मे जोड़ती है।

युवाओं को दिलाया गया संकल्प-आरती से पूर्व ग्राम के युवाओं और समस्त जनसमुदाय को हाथों में अक्षत पुष्प देकर गौ,भूमि,नदियों,तालाबों और कुओं,जीव जंतुओं,पेड़ पौधों के संरक्षण,नशामुक्त समाज के निर्माण,भारत को अखंड रखने,मंदिरों के पुनरुद्धार के प्रयास का संकल्प दिलाया गया। साथ ही सप्ताह में कम से कम एक दिन मंगलवार को किसी भी एक मंदिर में हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ, सत्य सनातन धर्म के संरक्षण के समस्त कामों के लिए प्रतिदिन एक दिन या सप्ताह में एक घंटे निकालने का संकल्प दिलाया गया।विधा,राम और राजकुमार ने दी भजनों की प्रस्तुति-धर्म जन जागरण के इस महाअभियान में सतत साथ चल रही विवि की शिक्षिका डॉ.विधा सिंह राठौर,कलाकार राम भवसार, तबला वादक बृज भूषण और राजकुमार वैष्णव के भजनों ने धर्मयात्रा के उक्त पड़ाव को आध्यात्मिकता कर चरम पर पहुंचा दिया। विधा के भजनों से महिलाएं खासी उत्साहित रहीं।जस गीतों का हुआ विमोचन-पाठ पश्चात छुईखदान के जस कलाकार कमलेश यादव के एल्बम “बघवा में बैठ के दाई आगे” का विमोचन भी किया गया। छुईखदान राजपरिवार के देव राज किशोर दास,आदित्य देव वैष्णव,संजीव दुबे,राजीव चंद्राकर, शुभाष राजपूत,शिवम नामदेव,अनुराग सोनी,अजेन दशरिया,दिलीप वैष्णव,देवेश पाल,शुभम चंद्राकर सहित अन्य ने एलबम का विमोचन किया।

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