छुरा (गंगा प्रकाश)। सूखानदी पुलको मिली स्वीकृति – वर्षों से छुरा क्षेत्र की जनता जिस मांग को लेकर इंतजार कर रही थी, आखिरकार वह दिन आ ही गया। विधायक रोहित साहू की अथक मेहनत और लगातार प्रयासों से छुरा-कोमाखान मार्ग पर स्थित सूखा नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण के लिए 10 करोड़ 63 लाख 75 हजार रुपये की स्वीकृति मिल गई है। इस बहुप्रतीक्षित घोषणा ने पूरे इलाके में उत्साह और खुशी का माहौल पैदा कर दिया है।

ऐतिहासिक बाइक रैली से हुआ स्वागत
स्वीकृति की आधिकारिक जानकारी सामने आने के बाद जब विधायक रोहित साहू छुरा पहुंचे तो क्षेत्रवासियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किसी नायक की तरह किया। पुल स्थल के समीप ही उनका काफिला रोका गया और कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया। इसके बाद पुल से लेकर छुरा विश्रामगृह तक हजारों कार्यकर्ताओं और नागरिकों की भव्य बाइक रैली निकाली गई। ढोल-नगाड़ों, गगनभेदी नारों और पुष्पवर्षा के बीच विधायक का स्वागत एक ऐतिहासिक समारोह में तब्दील हो गया।
जनता में उल्लास, विपक्ष में बेचैनी
छुरा क्षेत्र के लोग इस फैसले से गदगद हैं क्योंकि दशकों से इस पुल का निर्माण उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता रही है। दूसरी ओर, भाजपा खेमे में जबर्दस्त जोश और उत्साह का माहौल देखने को मिला, जबकि विपक्षी खेमे में बेचैनी साफ नज़र आने लगी है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि लगातार विकास कार्यों की बदौलत विधायक रोहित साहू ने अपने विरोधियों की नींद हराम कर दी है।
“यह जनता का प्यार और आशीर्वाद” – विधायक रोहित साहू
नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम में संबोधित करते हुए विधायक रोहित साहू ने कहा – “यह जनता का प्यार और आशीर्वाद है। जनता के विश्वास और सहयोग के बिना यह संभव नहीं था। जितने भी विकास कार्य क्षेत्र में हो रहे हैं, वे सब आपके आशीर्वाद की बदौलत हैं। मैं वादा करता हूँ कि आने वाले वर्षों में भी यही रफ्तार जारी रहेगी। जनता के विश्वास को नजरअंदाज करने वालों को जनता खुद नजरअंदाज कर देती है।”
हर गाँव तक पहुँच रही है विकास की किरण
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में विधायक रोहित साहू के प्रयासों से छुरा विधानसभा के लगभग हर गाँव तक विकास की किरण पहुँची है। सड़कों से लेकर पुल-पुलिया, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य और पेयजल योजनाओं तक, क्षेत्र में लगातार काम हो रहे हैं। इसी कड़ी में सूखानदी पर बनने वाला यह पुल न केवल क्षेत्र की जीवन रेखा साबित होगा, बल्कि छुरा-कोमाखान मार्ग पर यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाएगा।