
गुरुचरण सिंह राजपूत
धरमजयगढ़ (गंगा प्रकाश)। प्रदेश सरकार के छोटे-छोटे बच्चों के अच्छे विकास, पोषण और आरंभिक शिक्षा के पीछे बहुत बड़े पैमाने पर पैसे बहा रही है। इस काम के लिए कई योजनाएं भी चलाई जा रहीं हैं। ऐसे में बहुत सारे आंगनबाड़ी तो सुचारु रूप से संचालित होते हैं, लेकिन कई ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र भी हैं, जिनकी स्थिति देखकर प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान लग जाते है।आज हम बात कर रहे है धरमजयगढ़ के प्रेमनगर में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की जो रेलवे के आने के बाद से जर्जर और बदहाल की स्थिति में है दीवारों पर दरारें पड़ चुकी है साथ इस भवन की छत के छड़ को भी सीमेंट और गिट्टी छोड़ने लगा है वहीं बारिश होने पर पूरे भवन में पानी टिपकता है इसके बाद भी आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किया जा रहा है, जिससे नौनिहाल बच्चों के लिए सिर पर खतरा मंडरा रहा है।मामले को लेकर ग्रामीणों ने बताया की आंगनबाड़ी के ठीक सामने सड़क का नामोनिशान नहीं है और कोयला लेकर जब ओवरलोड वाहन यहां से गुजरती है तो आंगनबाड़ी भवन की दीवारें हिलने लगती है ऐसे में यहां बच्चो की प्रारंभिक शिक्षा पूरी तरह प्रभावित हो रहा है।ग्रामीणों ने आगे बताया की इस विषय पर उच्चाधिकारियों से भी चर्चा की गई तो उन्होंने बताया की उक्त आंगनबाड़ी रेलवे के भू अधिग्रहण में चली गई है और दूसरी जगह भवन निर्माण कर आंगनबाड़ी संचालित किया जाएगा तब तक इसी भवन का उपयोग करना होगा ऐसे में गांव के ग्रामीणों में एक तरफ जहां नाराजगी देखी जा रही है वहीं नौनिहाल किसी हादसे का शिकार ना हो जाए इसका भी खतरा बना हुआ है।