टीकाकरण, डी-वॉर्मिंग, नसबंदी और गोद लेने तक की पूरी प्लानिंग तैयार
छुरा (गंगा प्रकाश)। नगर की गलियों में डर बन चुके आवारा कुत्तों पर अब नगर पंचायत ने पूरी ताकत से लगाम कस दी है। कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं और आमजन की सुरक्षा को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के निर्देश पर नगर पंचायत छुरा ने ‘डॉग हेल्थ मिशन’ शुरू कर दिया है।
इस विशेष अभियान के तहत अब आवारा कुत्तों को पकड़कर टीका लगाया जा रहा है, डी-वॉर्मिंग किया जा रहा है और चरणबद्ध तरीके से नसबंदी भी होगी। यह पूरी कार्रवाई नगर पंचायत की टीम और पशु चिकित्सा विभाग की संयुक्त कमांडो यूनिट द्वारा अंजाम दी जा रही है।
कुत्तों के लिए “फूड जोन” भी तय — अब इधर-उधर नहीं भटकेंगे
नगर में आवारा कुत्तों की भूख और आक्रामकता पर काबू पाने के लिए हर वार्ड में अलग-अलग भोजन स्थल तय किए गए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से —वार्ड 10: कांजी हाउस के पास,वार्ड 07: शीतला मंदिर के पास,वार्ड 05: शिक्षक कॉलोनी के पास,वार्ड 04: बस स्टैंड एवं मिनी स्टेडियम के पास भोजन स्थल चिन्हांकित किए गए हैं।
डॉग कैचर, पिंजरा, वाहन और डॉक्टर — पूरी फील्ड टीम तैयार
अभियान को पूरी ताकत देने के लिए विशेष वाहन, पिंजरा, प्रशिक्षित डॉग कैचर और पशु चिकित्सकों की टीम को मैदान में उतारा गया है। अब नगर के सार्वजनिक और संस्थागत क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण व नसबंदी अभियान लगातार चलेगा।
अब सड़क के कुत्ते बनेंगे घर के साथी!
नगर पंचायत ने एक नया प्रयोग भी शुरू किया है — पशु प्रेमियों से अपील की जा रही है कि वे स्ट्रीट डॉग को गोद लें।
इससे न सिर्फ आवारा कुत्तों की संख्या घटेगी, बल्कि जानवरों को भी सुरक्षित जीवन मिलेगा।
इनकी रही अहम भूमिका
पूरी कार्रवाई नोडल अधिकारी वीरेंद्र सिंह ठाकुर के नेतृत्व में चल रही है। अभियान को इसमें पशु चिकित्सक रॉबिन सिंह, संत राम साहू, रामाधार यादव, मनोज दुबे, धनेश्वर नाग, मिथलेश कुमार सिन्हा, परमेश्वर सिन्हा, मेघराज यादव, शोएब अली, दानेश्वर निर्मलकर, वेद प्रकाश मरकाम, दीपक साहू सहित पूरी टीम पसीना बहा रही है।
नगरवासियों ने इस मुहिम को “डर से राहत और सुरक्षा की गारंटी” बताते हुए नगर पंचायत के इस कदम की खुलकर सराहना की है।
