CG: छुरा में गूंजा स्वच्छता का संकल्प – “सफाई अपनाओ, बीमारी भगाओ अभियान 2025” से मचा जागरूकता का धमाका
छुरा (गंगा प्रकाश)। छुरा में गूंजा स्वच्छता का संकल्प – “देश तभी स्वस्थ रहेगा जब हर गली, मोहल्ला और गांव स्वच्छ रहेगा।” इसी सोच के साथ “सफाई अपनाओ, बीमारी भगाओ अभियान 2025” का शंखनाद शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छुरा में हुआ। विद्यालय परिसर सोमवार को स्वच्छता, संकल्प और सामाजिक चेतना के उद्घोष से गूंज उठा। कार्यक्रम का आयोजन जन-जागरूकता, व्यवहार परिवर्तन और बच्चों में जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के उद्देश्य से किया गया था।

इस अभियान का नेतृत्व कर रहे मिथलेश सिन्हा ने कहा,- “गंदगी सिर्फ हमारे आस-पास नहीं, बल्कि हमारी सोच में भी घर कर लेती है। स्वच्छता को अपनाकर हम न सिर्फ खुद को, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी स्वस्थ भविष्य दे सकते हैं। इस अभियान का उद्देश्य ही यही है कि लोग समझें – गंदगी फैलाना बीमारी को न्योता देना है।”
उन्होंने उपस्थित छात्राओं, शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों और अभिभावकों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। शपथ में यह प्रतिज्ञा ली गई कि सभी अपने घर, विद्यालय और मोहल्ले को स्वच्छ रखेंगे, कचरा कूड़ेदान में डालेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लुकेश्वरी थानसिंह निषाद ने कहा, – “गंदगी से मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियां तेजी से फैलती हैं। घर, गली, मोहल्ला और पूरा शहर साफ रहेगा तभी हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। कूड़ा-कचरा उचित स्थान पर डालना और उसका निस्तारण करना हम सभी की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने खास तौर पर बच्चों से अपील की कि वे व्यक्तिगत स्वच्छता का पालन करें – हाथ धोना, साफ पानी पीना, शौचालय का उपयोग करना और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि खुले में शौच की आदत को पूरी तरह समाप्त करना होगा, क्योंकि यही कई बीमारियों की जड़ है।
कार्यक्रम में समाजसेवी शीतल ध्रुव ने बच्चों को स्वच्छता के प्रति प्रोत्साहित करते हुए कहा, – “आज से ही प्रण लें कि न हम कचरा फैलाएंगे और न किसी को फैलाने देंगे। बच्चों की आदतें ही कल समाज का चरित्र बनाएंगी।”
प्रमुख उद्देश्य और संदेश
अभियान के तहत निम्न संदेशों को प्राथमिकता दी गई – घर, विद्यालय और मोहल्ले को साफ रखें।कूड़ा कचरा खुले में न फेंकें, कूड़ेदान का उपयोग करें।पानी जमा न होने दें, ताकि मच्छर न पनपें।नियमित हाथ धोने की आदत डालें।साफ-सुथरा और ढककर रखा भोजन खाएं।कूड़े के डिब्बे को हमेशा ढककर रखें।छोटे बच्चों को भी स्वच्छता के नियम सिखाएं।खुले में शौच को हमेशा के लिए अलविदा कहें।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा स्वच्छता गीत प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने स्वच्छता को आदत और संस्कार बनाने का संदेश दिया। विद्यालय परिसर की सफाई कर बच्चों ने स्वच्छता का वास्तविक अभ्यास भी किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक कृष्णकुमार साहू ने किया, जिन्होंने बच्चों को स्वच्छता के वैज्ञानिक और व्यवहारिक महत्व के बारे में विस्तार से बताया।
इस अवसर पर सभापति रजनी लहरे, गरिमा ध्रुव, बलराज पटेल, पार्षद दीप्ति यादव, पी आई यू विष्णु निर्मकलर, समिति सदस्य नारायण पटेल, निखिल साहू, चंद्रवती सिन्हा, सीमा सिंह, रेखा प्रधान, नेहा जायसवाल, मधुबाला साहू, वंदना देवांगन, चंद्रप्रभा सेन, युवराज कंवर, मोहन ध्रुव, हुमेश्वरी ठाकुर, नागेंद्र देवांगन, लोकेंद्र, उत्तम, नरोत्तम, पूनम, भुखन, संतोष सोरी समेत बड़ी संख्या में छात्राएं, शिक्षक एवं अभिभावक उपस्थित थे। सभी ने मिलकर विद्यालय परिसर की सफाई कर यह संदेश दिया कि अभियान सिर्फ भाषणों तक सीमित न रहे, बल्कि हर घर और दिल तक पहुंचे।
कार्यक्रम के अंत में मिथलेश सिन्हा ने कहा, – “यह अभियान तभी सफल होगा जब लोग इसे सरकारी कार्यक्रम न समझकर अपनी जिम्मेदारी समझेंगे। हमारा हर कदम आने वाली पीढ़ी के स्वास्थ्य की बुनियाद रखता है।”