
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। आज सुबह से ही क्षेत्र में भारी बारिश हो गई थी। इसी बीच आज छत्तीसगढ़ी लोक तिहार हरेली के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायत पोखरा सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में हर्षोल्लास पूर्वक हरियाली पर्व मनाया गया। सुबह से ही कृषक गौठान पहुंचकर अपने पशुओं को रोटी, नमक खिलाने लगे साथ ही यादव समाज व चरवाहों के द्वारा गौठान में पूजा अर्चना की गई एवं सभी पशुपालकों को जंगली कंदमूल प्रसाद के रूप में चरवाहों के द्वारा वितरण किया गया। मान्यता है कि इस जंगल कंदमूल को खाने से साल भर लोग स्वस्थ एवं निरोगी रहते हैं। सरपंच सतीश यादव द्वारा अपने पंचों एवं ग्रामीणों के साथ गौठान में छायादार एवं फलदार पौधे रोपित कर वृक्षारोपण किया तत्पश्चात वहां से आकर सभी कृषक अपनी कृषि औजारों की साफ-सफाई कर पूजा अर्चना करने में जुट गए। छत्तीसगढ़ के परंपरा के अनुसार चीला, नारियल, गुलाल बंधन के साथ पूजा अर्चना किया जाता है। साथ ही गांव के बैगा पुजारी के द्वारा घर-घर जाकर बेलवा पेड़ के बंगाल घर के मुख्य द्वार पर लगाया जाता है। जिसके बदले ग्रामीण उसे अन्न व पैसे देते हैं। इस अवसर पर सरपंच सतीश यादव ने बताया कि पेड़-पौधे प्रकृति मानव जीवन की अनमोल धरोहर है तथा इनके बिना प्राणी मात्र का जीवन संभव नहीं है। प्रकृति का सरक्षण हम सब का प्रथम दायित्व है। पौधे का रोपण कर देना ही काफी नहीं बल्कि इनकी लगातार देखरेख संवर्धन किया जाना भी जरूरी है। गांव के बच्चे इस दिन गैड़ी बनाकर उसका आनंद लेते नजर आते हैं। इसी क्रम में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शुभारंभ भी किया गया। इस प्रकार आज विकासखंड के सभी गांव में उत्साह पूर्वक हरेली पर्व मनाया।