
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। सुराजी गांव योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में गौठानो का निर्माण किया गया है ताकि पशुओं का संरक्षण एवं संवर्धन किया जा सके। इसके साथ ही गोधन न्याय योजना के माध्यम से गौठानो में गोबर की खरीदी की जा रही है ताकि पशुपालकों को आमदनी होती रहे वर्तमान में पशुओं से किसानों की खरीफ फसल की सुरक्षा के लिए गांव-गांव में रोका छेका चलाए जाने निर्देशित किया गया है। इसके बावजूद भी मुख्य मार्गो पर मवेशियों का जमावड़ा बना रहता है जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। इस को ध्यान में रखते हुए जनपद पंचायत फिंगेश्वर के सीईओ अजय पटेल ने विकासखंड के सभी 72 ग्राम पंचायतों को गौठान में निरीक्षण करते हुए मवेशियों को निर्धारित समय पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी अगर मवेशी मुख्य मार्ग पर आ गए तो संबंधित जिम्मेदार होगा और उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी। अजय पटेल ने बताया कि मुख्य मार्गो पर मवेशियों के इकट्ठा या बैठे रहने के कारण आम लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है एक और यातायात बेहद प्रभावित होता है। तो वहीं तेज रफ्तार वाहनों से दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है उन्होंने कहा कि मुख्य मार्गो से लगी हुई गौठानो में मवेशियों को नियमित रूप से निर्धारित समय पर पहुंचाया जाए। गौठानो में मवेशियों के पहुंचने की सतत रूप से मानिटरिंग ग्राम पंचायत सचिव के साथ ही गौठान नोडल अधिकारी भी करें। यह सभी की जिम्मेदारी बनती है कि मवेशी सड़कों पर बैठे बल्कि उन्हें गौठानो में पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। प्रतिदिन गौठानो में चरवाहे के माध्यम से गांव के सभी मवेशियों को गौठान में भेजने के लिए मुनादी कराई जाए। उन्होंने कहा कि सभी की जागरूकता से ही सड़कों पर मवेशियों के बैठने इकट्ठा रहने पर रोक लग सकेगी और मुख्य मार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हो सकेगी। उन्होंने संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव को गौठानो में मवेशियों को निर्धारित समय तक रखने की साथ ही यह भी ध्यान रखने कहा कि मवेशी मुख्य मार्ग में इकट्ठा या बैठे ना रहे, इसकी सतत निगरानी के बावजूद अगर कहीं पर मुख्य मार्ग पर मवेशी का एकत्रित बैठे पाए जाते हैं तो संबंधित सचिव के खिलाफ जिम्मेदारी तय करते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।