
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)।भाजपा सरकार के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा जारी किया गया आरोप पत्र न सिर्फ झुठ का पुलदा है बल्कि छ.ग. की हताश भाजपा पार्टी की खीझ को दर्शाता है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भावसिंग साहू ने कहा कि इस आरोप पत्र से भाजपा में ही सहमति है ऐसा नहीं लगता। इस आरोप पत्र को जारी करने भाजपा ने काफी तैयारी की थी। परंतु इस आरोप पत्र को जारी करने आयोजित रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय आटोटेरियम में मात्र 500-700 लोग ही उपस्थित थे जबकि भारत के दबंग गृहमंत्री कहे जाने वाले अमित शाह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम के हाल की क्षमता को 3000-3500 व्हीआईपी भाजपा नेताओं के उपस्थिति के लिए सजाया गया था। भावसिंग साहू ने कहा कि यह भाजपा में हताश-निराशा एवं चुनाव पूर्व ही भाजपा के मैदान छोड़ने की मानसिकता की ओर इंगित करता है। श्री साहू ने भाजपा द्वारा जारी आरोप पत्र में लगाये गये आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भाजपा के पास मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरा के आगे कोई चेहरा नहीं है। सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं के आगे भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है भूपेश सरकार में प्रदेश के हर वर्ग खुशहाल हुआ है। भाजपा राजनैतिक हताशा में जो आरोप लगा रही है उसका कोई प्रमाण नहीं है। भाजपा के आरोप पत्र से ही भूपेश बघेल की सफलता साफ नजर आ रही है। जिस छत्तीसगढ़ की संस्कृति भाषा और तीज त्यौहार को भाजपा ने 15 साल तक दबाकर रखा था। अपने आरोप पत्र में भाजपा छत्तीसगढ़ी भाषा का उपयोग करने को मजबूर हुई है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति का यही सम्मान तो भूपेश बघेल चाहते है। भारतीय जनता पार्टी केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को छत्तीसगढ़ बुलवाकर किस नैतिकता से कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर रही है। श्री साहू ने कहा कि भाजपा ने आरोप पत्र में जो कार्टून बनाया है उसी से साबित हो रहा है कि इसी झूठे आरोप पत्र को बनाने के लिए भाजपा छत्तीसगढ़ में ईडी को गली मुहल्लों में घुमवा रही है। ईडी आईटी को लगाकर प्रदेश के 200 से अधिक झूठी कार्यवाहियां करवाने के बावजूद भाजपा कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक भी प्रमाणिक आरोप अब तक नहीं लगा पाए है। भाजपा का आरोप पत्र झूठ का पुलिंदा है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भावसिंग साहू ने कहा कि आरोप पत्र भूपेश सरकार के खिलाफ नहीं छत्तीसगढ़ की पौने तीन करोड़ जनता के खिलाफ लाया गया आरोप है। यह छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की भाजपा की साजिश है। इस आरोप पत्र से साबित हो गया कि भाजपा कांग्रेस सरकार का विरोध करते करते छत्तीसगढ़ की विरोध करने लगी है। यह आरोप पत्र छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के तीज, त्यौहार संस्कृति को स्थापित करने के प्रयासो पर आघात करने का प्रयास है। भाजपा के आरोप पत्र में उसके 15 साल के सरकार के भ्रष्टाचार की यादे प्रतीत हो रही है। भाजपा का आरोप पत्र छत्तीसगढ़ के उन 24 लाख किसानों के खिलाफ आरोप है जिन्होंने अपना 107 लाख मीट्रिक टन धान 2640 रू. में बेचा है। यह आरोप पत्र राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से 9000 एवं 10000 रू. इनपुट सब्सिडी प्राप्त करने वाले किसानों के खिलाफ है। इस आरोप से लगता है कि खिसयानी बिल्ली खंभा नोच रही है।