भूपेश बताये सट्टेबाज से कांग्रेस का क्या संबंध है-चंदूलाल साहू

फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने महादेव एप से जुड़े सट्टेबाजों के यहां ईडी के छापे में 417 करोड़ रू. की संपत्ति उजागर होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सीधा सवाल किया है कि महादेव एप के सट्टेबाजों से कांग्रेस के नेताओं का क्या संबंध है ? कांग्रेस के कौन कौन से नेता और उनके परिजन सट्टेबाज सौरभ चंद्राकर की शादी में शामिल हुए थे ? मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ईडी की जांच पड़ताल के दायरे में है। इसका क्या अर्थ है ? क्या मुख्यमंत्री इन सबसे अनजान है कि उनके करीबियों के तार कहां-कहां जुड़े हुए है ? श्री साहू ने कहा कि किसी भी मुख्यमंत्री से यह सामान्य उम्मीद की जाती है कि उसके इर्द-गिर्द के लोग अपराध अथवा आर्थिक अपराध की गतिविधियों से संलिप्त न हों। लेकिन छत्तीसगढ़ में तो मुख्यमंत्री से जुड़े हुए अफसर, नेता, कारोबारी सबके सब एक के बाद एक बेनकाब होते जा रहे है। ढेरों घोटाले सामने आ जाने के बाद अब आखिरकार महादेव एप सट्टेबाजी की पूरी पटकथा भी ईडी ने पढ़ ली है। जिससे वह छत्तीसगढ़ की जनता को भी अवगत करा चुकी है। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस बात का जवाब दे कि उन्होंने अब तक इन गतिविधियों में संदिग्ध लोगों को संरक्षाण क्यों दे रखा है ? उन्होंने अपने करीबी अधिकारियों, सहयोगियों और कांग्रेस के नेताओं पर इस मामले में कार्यवाही क्यों नहीं की ? पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि वह बिना किसी जांच पड़ताल के ऐसे लोगों को क्लीन चीट कैसे दे रहे थे। अगर छत्तीसगढ़ में महादेव एप का संचालन नहीं हो रहा होता तो फिर ईडी की जांच पड़ताल में जो तथ्य सामने आए है क्या वे मनगढ़त है ? यदि ऐसा है तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस पर तथ्यों के साथ जवाब दें। मुख्यमंत्री ने लगातार महादेव एप से जुड़े संदिग्ध लोगों को किसी भी तरीके से संरक्षण ही दिया है। छत्तीसगढ़ में महादेव एप की कारगुजारियों को भाजपा ने संसद तक में उठाया। यदि कांग्रेस के लोग इस सट्टेबाजी से जुड़े हुए नहीं है तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को काफी पहले ही इन सट्टेबाजों पर लगाम कस देनी चाहिए थी। पूर्व सांसद ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केन्द्र सरकार से अनुरोध करते है कि महादेव एप को प्रतिबंधित किया जाए दूसरी तरफ उनके ही लोग इस महादेव एप से संबंध रखने के मामले में जांच के दायरे में है। हर मामले में दोहरी मानसिकता दिखाने वाले भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचारियों के पैरोकार बनकर पहले भी सामने आते रहे है। चाहे मामला कोल परिवहन दलाली का हो या फिर किसी और घोटाले का यहां तक कि शराब घोटाले में भी कांग्रेस के नेताओं को उनके संरक्षण का आशीर्वाद प्राप्त होता रहा है। सांसद चंदूलाल साहू ने कहा कि भूपेश बघेल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या सट्टेबाजों से कांग्रेस के नेताओं को चंदा मिला है।

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