
मैनपुर (गंगा प्रकाश)। नवाखाई का त्योहार पूरे अंचल के गांव गांव में उत्साह के साथ मनाया गया। अंचल के लोगो ने अपनी परम्पराओं को लेकर नवमी रविवार को नवाखाई पर्व मनाया जाता है। इस उत्सव में परिवारों द्वारा नवाखाई अपने गृह देवता की पूजा अर्चना की।साथ ही गांवों में नया धान के चावल का पकवान बनाकर सेवन किया गया इस दिन किसान खेतों में पके धान की बाली को घर में लाकर पूजा अर्चना करते हैं। साथ ही सभी परिवार सम्मिलित होकर घर के कुल देवी देवता की आराधना कर घर में बने पकवान को साथ बैठकर खाते हैं। धान की रोपाई से लेकर फसल कटने तक किसान विभिन्न प्रकार के उत्सव और पर्व मनाते हैं। अभी खेती-किसानी में धान की फसल में बालियां आना शुरू हो गया है किसान अब इस उत्सव को नवाखाई पर्व के रूप में गांवों में मनाई जाती है. परंपरा के रूप में मनाये जाने वाले इस त्यौहार पर लोग बम्पर फसल और अच्छी बारिश के लिए आभार के रूप में देवताओं की पूजा अर्चना करते हैं। सभी परिवार सम्मिलित होकर घरों में छत्तीसगढ़ी व्यंजन बनाकर उत्साह के साथ लाभ उठाते है।
ग्रामीणों ने बताया कि यह परंपरा पूर्वजो से चली आ रही है जिसे अब तक निभा रहे हैं रहवासियों को मिलन एवं भाईचारा का संदेश देता है इससे गांव की संस्कृति व परिवार की एकता बनीं रहती है। प्रत्येक घर में लोगों की आना-जाना रहता है लोगों को चिवड़ा प्रसाद एवं नारियल देकर जोहर भेंट करते हैं मेल मुलाकात की सिलसिला दूसरे तीसरे दिन एवं जब मिले तब भी लगा रहता है लोगों की आव भगत एवं सम्मान किया जाता है।
