
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. रामकुमार साहू ने अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में सियासी नफा-नुकसान के लिहाज शामिल होने या न होने को लेकर कांग्रेसी की दुविधा को शर्मनाक बताते हुए कहा है कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बयान के बाद कांग्रेस का राजनीतिक चरित्र बेनकाब हो गया है। प्रधानमंत्री के मंदिर जाने पर एतराज जताने वाली कांग्रेस चाहती ही नहीं थी कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बने, अब जब यह बनकर तैयार हो गया है तो कांग्रेसी इससे दूरी बना रहे है। श्री साहू ने कहा कि ये वही लोग है जो रामसेतु तोड़ने के लिए अदालत में शपथ पत्र देकर भगवान राम को काल्पनिक बताते फिर रहे थे। ऐसे लोग इस देश की जड़ो और संस्कृति व मूल्यों से कटे हुए है, अब यह आईने की तरफ साफ हो चला है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकुमार साहू ने कहा कि देश में सभी नागरिक चाहते है कि अयोध्या में वे रामलला का दर्शन करें। देश के विपरीत, देश के विचारधारा के विपरीत जाकर कांग्रेस के नेता पित्रोदा और कांग्रेस सांसद शशि थरूर समेत तमाम लोगों ने इस पर प्रश्नचिन्ह लगाने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दर्शन करने राम मंदिर जाते है तो कांग्रेसियों को पेट में मरोड़ उठने लगाता है, राम मंदिर का निर्माण हो जाने के बावजूद कांग्रेस को तकलीफ है। डॉ. साहू ने कहा कि पूरा सनातनी समुदाय कांग्रेस के इस गैर सनातनी कृत्य का जवाब कांग्रेस के संपूर्ण अस्तित्व का नेस्ताबूत करके देने लोकसभा चुनाव में देगी।